उत्तर मध्य रेलवे के आगरा मंडल में विशेष जांच अभियान के तहत कई यात्रियों को उनकी छोटी सी गलती महंगी पड़ गई। ट्रेनों में सफाई और नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए यह अभियान चलाया गया, जिसमें गंदगी फैलाने बिना टिकट यात्रा करने और अनाधिकृत यात्रा करने वाले यात्रियों की जांच की गई। जांच के दौरान कई यात्री ट्रेन की टॉयलेट में छिपे हुए नजर आए और स्टेशनों पर अफरा-तफरी का माहौल बना।
भूख लगने पर चिप्स और बिस्कुट खाना पड़ा
एक घटना में, एक यात्री ने भूख लगने पर चिप्स और बिस्कुट खरीदे और उन्हें खा कर रैपर ट्रेन में ही फेंक दिया। ठीक उसी समय जांच टीम वहां पहुंची और यात्री पर 10 रुपये के चिप्स और बिस्कुट की कीमत से 10 गुना जुर्माना लगाया गया। यह घटना यात्रियों के लिए एक सबक बनी कि सफर के दौरान ऐसी गलतियाँ करने से बचना चाहिए।
भारी जुर्माना से जुड़े आंकड़े
इस जांच के दौरान, गंदगी फैलाने वाले 22 यात्रियों से 2,400 रुपये, 243 बिना टिकट यात्रियों से 1,02,945 रुपये और अनाधिकृत यात्रा करने वाले 39 यात्रियों से 17,730 रुपये वसूले गए। कुल मिलाकर, 304 यात्रियों से 1,23,075 रुपये का जुर्माना वसूल किया गया, जो कि यात्रियों को नियमों का पालन करने की महत्वपूर्णता को दर्शाता है।
रेलवे प्रशासन की अपील
जनसंपर्क अधिकारी कु. प्रशस्ति श्रीवास्तव के अनुसार, आगरा मंडल में इस प्रकार की जांच लगातार की जा रही है। रेलवे प्रशासन यात्रियों से अनुरोध करता है कि वे उचित यात्रा टिकट लेकर और निर्धारित सीमा से अधिक सामान को बुक कराकर ही यात्रा करें और रेल परिसर में गंदगी न फैलाएं। ऐसा न करने पर उन्हें भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।