Haryana Kawad Rules: हरियाणा में कांवड़ यात्रा के दौरान इस बार एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। सावन महीना शुरू होने वाला है और इस दौरान राज्य से बड़ी संख्या में शिव भक्त हरिद्वार के लिए कांवड़ लेने जाएंगे। लेकिन इस बार उन्हें वाहनों पर डीजे बजाने की सख्त मनाही है। अगर किसी वाहन पर डीजे बजते हुए पाया गया तो उसका चालान न केवल काटा जाएगा। बल्कि वाहन को जब्त भी कर लिया जाएगा। यह पहली बार है जब प्रशासन की ओर से इस तरह के कड़े निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन की मंशा और डीजे प्रतिबंध के पीछे का कारण
जिला डीएसपी उमेद सिंह और सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बीर सिंह ने स्थानीय पार्षदों और डीजे संचालकों के साथ एक मीटिंग आयोजित की। इस मीटिंग में उन्होंने निवेदन किया कि वार्ड के लोगों को समझाया जाए कि वे वाहनों पर डीजे लगाकर कांवड़ लेने के लिए ना जाएं। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि बड़े-बड़े स्पीकर्स के कारण न केवल ध्वनि प्रदूषण बढ़ता है। बल्कि यातायात में भी खलल पड़ता है। डीजे की तेज आवाज में दूसरे वाहनों के हॉर्न सुनाई नहीं देते। जिससे हादसों का खतरा बढ़ जाता है।
डीजे संचालकों पर आर्थिक प्रभाव
डीजे संचालकों को प्रशासन के इस निर्णय से बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा है कि प्रशासन का यह निर्णय उनके लिए आर्थिक संकट का कारण बन सकता है। कांवड़ यात्रा के दौरान उन्हें मिलने वाले आर्डर से उन्हें अच्छी आय होती है और अब उन्हें इस सीजन में काम न मिलने के कारण परिवार का गुजारा करना मुश्किल हो जाएगा। उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया है कि डीजे की आवाज को कम करके ही सही। लेकिन डीजे लगाने की अनुमति दी जाए।
सुरक्षा और संवेदनशीलता की दोराही पर प्रशासन
प्रशासन इस बात से अवगत है कि उनके इस निर्णय से कुछ लोगों की आजीविका प्रभावित होगी। लेकिन उनका मुख्य लक्ष्य यात्रा के दौरान सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखना है। उम्मीद की जा रही है कि इस वर्ष की कांवड़ यात्रा अधिक शांतिपूर्ण और सुरक्षित होगी। जिससे धार्मिक आस्था के साथ-साथ सभी की सुरक्षा की भी गारंटी हो सके। यह निर्णय न केवल यात्रा को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए है बल्कि यह भविष्य की यात्राओं के लिए भी एक मिसाल कायम करेगा।