Underground Highway: केंद्र सरकार द्वारा भारत में तेजी से बढ़ रही आधुनिक सड़कों की निर्माण परियोजनाओं में विशेष रूप से हाईटेक हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रमुखता से शामिल है. इन परियोजनाओं का मुख्य उद्देश्य यात्रा के समय को कम करना और यातायात की सुविधा में बढ़ोतरी करना है. इससे न केवल देश की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी बल्कि आमजन को भी बेहतर सड़क सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
हाईवे परियोजनाओं में एडवांस्ड सुविधाएं
इन एक्सप्रेसवे परियोजनाओं में अत्याधुनिक सुविधाओं का समावेश हो रहा है. जैसे कि ऑटोमेटिक टोल सिस्टम (automatic toll system) जिससे वाहनों का बिना रुके परिचालन संभव हो सकेगा. इसके अलावा इन सड़कों पर यातायात प्रबंधन के लिए हाई लेवल टेक्नोलॉजी उपकरण भी लगाए जा रहे हैं, जो यात्रा को सुरक्षित और फास्ट बनाने में मदद करेंगे.
हिमाचल प्रदेश में भूमिगत फोरलेन प्रोजेक्ट
हिमाचल प्रदेश में एक विशेष परियोजना के अंतर्गत 85 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण भूमि के नीचे किया जा रहा है. इस परियोजना के लिए राष्ट्रीय हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने सभी आवश्यक मंजूरियां प्राप्त कर ली हैं. इस प्रकार के प्रोजेक्ट से जुड़ी तकनीकी चुनौतियां और उनके समाधान भी काफी महत्वपूर्ण होंगे.
क्यों किया गया है सुरंग निर्माण
पिछले साल हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदाओं के चलते कीरतपुर-मनाली हाईवे सहित कई हाईवे क्षतिग्रस्त हुए थे. इससे बचने के लिए और भविष्य में ऐसी आपदाओं का सामना करने के लिए अब सुरंग बनाने का निर्णय लिया गया है. इससे हाईवे की सुरक्षा में बढ़ोतरी होगी और मौसम की मार से भी बचाव होगा.