Treasure In Sea: भूमध्य सागर के तल में खोजे गए एक प्राचीन जहाज के मलबे ने इतिहास के पन्नों में छुपे कई रहस्यों को उजागर किया है. इस जहाज का संबंध कुख्यात बार्बरी समुद्री डाकुओं से है. जिन्होंने एक समय पर भूमध्य सागर के व्यापारिक रास्तों में आतंक मचाया था. इस खोज से जुड़े कई सवाल और रहस्य सामने आए हैं. जिनका जवाब खजाने में छुपी दुर्लभ वस्तुओं में छिपा हुआ है.
बार्बरी समुद्री डाकुओं का इतिहास
बार्बरी समुद्री डाकू जो बार्बरी तट के कस्बों से जुड़ते थे. भूमध्य सागर के सबसे खतरनाक समुद्री लुटेरे माने जाते थे. इन समुद्री डाकुओं ने 16वीं से 18वीं शताब्दी के दौरान भूमध्य सागर में कई यूरोपीय जहाजों को लूटा और व्यापारियों के लिए आतंक का पर्याय बन गए. अल्जीयर्स जो अब अल्जीरिया की राजधानी है, उस समय बार्बरी समुद्री डकैती का प्रमुख केंद्र था.
समुद्र के तल में छुपा हुआ खजाना
स्पेन और मोरक्को के बीच भूमध्य सागर के 2,700 फीट नीचे खोजी गई इस जहाज के मलबे में कई दुर्लभ और कीमती वस्तुएं मिली हैं. इनमें सोने की कलाकृतियां, दुर्लभ स्पाईग्लास और विभिन्न देशों के मिट्टी के बर्तन शामिल हैं. यह खोज इस बात का प्रमाण है कि यह जहाज बार्बरी समुद्री डाकुओं का था, जो अन्य यूरोपीय जहाजों से लूटे गए सामानों से भरा हुआ था.
मलबे में मिले अनोखी वस्तुएं
मलबे में मिली वस्तुएं न केवल उस समय की संस्कृति और तकनीक की जानकारी देती हैं. बल्कि यह भी संकेत देती हैं कि यह जहाज बार्बरी समुद्री डाकुओं का था. इन वस्तुओं में एक दुर्लभ स्पाईग्लास जिसे संभवतः किसी यूरोपीय जहाज से चुराया गया होगा, विशेष रूप से उल्लेखनीय है. इसके अलावा बेल्जियम या जर्मनी में बनी कांच की शराब की बोतलें और ओटोमन तुर्की में बने चीनी मिट्टी के बर्तन भी इस जहाज के इतिहास को उजागर करते हैं.
एक ऐतिहासिक खोज का महत्व
इस जहाज की खोज, जो करीब 45 फीट लंबा था. फ्लोरिडा स्थित कंपनी ओडिसी मरीन एक्सप्लोरेशन (ओएमई) ने की है. ओएमई ने पिछले कुछ वर्षों में 300 से अधिक जहाजों के मलबे का पता लगाया है. लेकिन इस बार्बरी समुद्री डाकू जहाज की खोज ने इतिहासकारों और शोधकर्ताओं को नई दिशा दी है. यह जहाज कस्तूरी, बड़ी तोपों और घूमने वाली बंदूकों से लैस था, जो इसे समुद्री डाकुओं का एक खतरनाक हथियार बनाता था.
मलबे की महत्वपूर्ण कलाकृतियां
मलबे में मिले मिट्टी के बर्तन और अन्य कलाकृतियां 18वीं शताब्दी के चीनी मिट्टी के बर्तनों से सटीक समानताएं दिखाती हैं. ये कलाकृतियां इस बात का संकेत देती हैं कि यह जहाज 17वीं या 18वीं शताब्दी में एक तूफान के दौरान डूबा था. ओटोमन तुर्की में बनी कटोरे भी मलबे में पाए गए. जिनके बारे में माना जाता है कि वे 1755 के आसपास बनना बंद हो गए थे.