दुनिया में कई ऐसे जानवर हैं जो बहुत ही कम पानी पीते हैं या बिना पानी के भी जीवित रह सकते हैं. इनकी शारीरिक संरचना और अनुकूलन क्षमता ऐसी होती है कि ये पानी की कमी को अपने शरीर में ही पूरा कर लेते हैं. आज हम ऐसे ही पांच जानवरों के बारे में जानेंगे जो कम से कम पानी का उपयोग करते हैं.
कंगारू चूहा
कंगारू चूहा उत्तरी अमेरिका के रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाया जाता है. यह जीव बिना पानी पिएं भी जीवित रह सकता है. कंगारू चूहा अपने भोजन जैसे बीजों से आवश्यक पानी प्राप्त करता है. इसके शरीर की संरचना ऐसी होती है कि यह पानी की बहुत कम मात्रा का उपयोग करता है और अपनी ऊर्जा को लंबे समय तक बनाए रखता है.
थॉर्नी डेविल छिपकली
थॉर्नी डेविल छिपकली जो ऑस्ट्रेलिया के सूखे और रेगिस्तानी क्षेत्रों में पाई जाती है. थॉर्नी डेविल छिपकली बिना पानी पिएं जीवित रह सकती है. इस छिपकली की त्वचा पर विशेष प्रकार की संरचनाएं होती हैं, जो वातावरण में मौजूद नमी को अवशोषित करती हैं. यह नमी शरीर के अंदर जाकर पानी की आवश्यकता को पूरा करती है.
फेनिक लोमड़ी
फेनिक लोमड़ी जो साहरा रेगिस्तान में पाई जाती है. एक और अद्भुत जीव है जो बिना पानी पिएं जीवित रह सकती है. यह लोमड़ी अपनी आवश्यकता का पानी अपने खाने से प्राप्त करती है. इसके आहार में ज्यादातर छोटे जानवर, कीड़े-मकौड़े और पौधे होते हैं. जिनसे इसे आवश्यक पानी मिलता है. फेनिक लोमड़ी की शारीरिक संरचना भी इस तरह की होती है कि यह शरीर में पानी की कमी को महसूस नहीं करती.
कोआला भालू
कोआला भालू जिसे ऑस्ट्रेलिया का प्रिय जीव माना जाता है. कोआला भालू बिना पानी पिएं जीवित रह सकता है. यह भालू युकलिप्टस के पत्तों पर निर्भर रहता है, जो इसे न केवल भोजन प्रदान करते हैं, बल्कि आवश्यक पानी भी देते हैं. कोआला का शरीर युकलिप्टस के पत्तों से प्राप्त पानी का पूरा उपयोग कर लेता है. जिससे इसे अतिरिक्त पानी पीने की आवश्यकता नहीं पड़ती.
ऊंट
ऊंट जिसे रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है, पानी की कमी को सहने के लिए प्रसिद्ध है. ऊंट अपने गले में पानी जमा कर सकता है और इसे लंबे समय तक उपयोग कर सकता है. ऊंट एक बार में बड़ी मात्रा में पानी पी सकता है और फिर 15 दिनों तक बिना पानी के भी जीवित रह सकता है. यह विशेषता उसे रेगिस्तान जैसे कठिन और शुष्क वातावरण में जीवित रहने में मदद करती है.