उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की कोताही बरतने का सवाल ही नहीं उठता। उनकी सुरक्षा में जेड प्लस कैटेगरी के तहत एनएसजी कमांडो तैनात किए जाते हैं, जो अभेद सुरक्षा प्रदान करते हैं। इस सुरक्षा चक्र को प्राप्त करने वाली विशेष व्यक्तित्व वाले लोगों में सीएम योगी का नाम शामिल है।
एनएसजी कमांडो के कार्य
एनएसजी कमांडो जिन्हें ‘ब्लैक कैट’ कमांडो भी कहा जाता है। उन्हें विशेष रूप से उच्च-जोखिम वाले मिशनों के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। ये कमांडो आतंकवादी हमलों, बंधक संकट और अन्य उच्च जोखिम वाली स्थितियों में तैनात किए जाते हैं।
एनएसजी कमांडो की सैलरी
एनएसजी कमांडो की सैलरी उनके रैंक और पद के अनुसार निर्धारित की जाती है। सामान्य तौर पर एक ग्रुप कमांडर को 1,00,000 से 1,25,000 रुपये प्रतिमाह के बीच वेतन मिल सकता है। स्क्वाड्रन कमांडर की सैलरी लगभग 90,000 से 1,00,000 रुपये के बीच होती है। जबकि टीम कमांडर को 80,000 से 90,000 रुपये मासिक वेतन प्राप्त होता है। यह जानकारी विभिन्न मीडिया स्रोतों से प्राप्त की गई है और इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है।
एनएसजी का गठन कब हुआ
एनएसजी कमांडो का गठन 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद किया गया था। यह बल गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करता है और इसका मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सुरक्षा और आतंकवाद विरोधी ऑपरेशनों में योगदान देना है। एनएसजी कमांडो की भूमिका सिर्फ सुरक्षा प्रदान करना ही नहीं है। बल्कि वे आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई करने के लिए भी प्रशिक्षित होते हैं।