भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को मौद्रिक नीति की बैठक में एक नई और नवाचारी सुविधा का खुलासा किया है जो डिजिटल पेमेंट्स के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस नई सुविधा जिसे ‘डेलिगेट्स पेमेंट्स’ के नाम से जाना जाएगा। नई सुविधा के अंतर्गत प्राथमिक UPI अकाउंट धारक अपने परिवार के सदस्यों को भी अकाउंट का उपयोग करने की अनुमति दे सकेंगे। इससे पति-पत्नी, बच्चे या बुजुर्ग माता-पिता जैसे परिवार के सदस्य आसानी से पेमेंट्स कर सकेंगे।
UPI अकाउंट्स का विस्तार और लचीलापन
अब तक UPI पेमेंट्स व्यक्तिगत इस्तेमाल के लिए सीमित थे। जहां एक बैंक अकाउंट से केवल एक UPI आईडी जुड़ी होती थी। हालांकि नई पहल के तहत एक ही बैंक अकाउंट से मल्टीपल यूजर्स अलग-अलग UPI पेमेंट्स कर सकेंगे। यह व्यवस्था क्रेडिट कार्ड के समान होगी जहां एक कार्ड कई लोगों द्वारा उपयोग किया जा सकता है। यह विकल्प विशेष रूप से उन परिवारों के लिए लाभदायक होगा जो अपने दैनिक वित्तीय लेनदेन को सरल बनाना चाहते हैं।
डिजिटल पेमेंट्स में बढ़ती आसानी और सुरक्षा
रिजर्व बैंक द्वारा यह कदम डिजिटल भुगतान प्रक्रिया को और अधिक सुगम बनाने की दिशा में उठाया गया है। इससे न केवल पेमेंट्स की प्रक्रिया सरल होगी। बल्कि यह उन व्यक्तियों को भी लाभ पहुंचाएगा जो अपने परिवार के अन्य सदस्यों की ओर से लेनदेन करना चाहते हैं। यह नई सुविधा उन परिवारों के लिए भी उपयोगी होगी जिनमें बुजुर्ग सदस्य अपने खुद के लेनदेन को संभालने में असमर्थ हैं।
भावी योजनाओं और संभावनाओं का आकलन
यह बदलाव भारत में UPI के लोकप्रिय होने की प्रक्रिया को और भी व्यापक बनाने का वादा करता है। RBI द्वारा यह घोषणा न केवल आधुनिक भुगतान की प्रक्रियाओं में सुधार लाएगी। बल्कि यह उन उपभोक्ताओं के लिए भी वरदान साबित होगी जिन्हें डिजिटल लेनदेन में व्यापक लचीलापन की आवश्यकता है। यह सुविधा एक बैंक खाते से विभिन्न परिवार के सदस्यों को अलग-अलग ट्रांजेक्शन करने की क्षमता देगी। जिससे भुगतान प्रक्रिया में एक नई क्रांति आएगी।