ट्रेन की यात्रा को सबसे सस्ता और रोमांचक माना जाता है, खासकर जब यह यात्रा पहाड़ी इलाकों, झरनों के करीब से या विशाल सुरंगों के माध्यम से होती है। ऐसी यात्राएं न केवल दृश्यावली का आनंद देती हैं, बल्कि यात्रा के अनुभव को भी गहराई से बढ़ाती हैं।
दुनिया की सबसे लंबी और गहरी रेलवे टनल
दुनिया की सबसे लंबी रेलवे टनल जिसकी लंबाई 57.09 किलोमीटर है। अपने आप में एक अद्भुत इंजीनियरिंग का नमूना है। इस टनल के माध्यम से यात्रा करते समय यात्री न केवल एक छोटी नींद ले सकते हैं। बल्कि उस दौरान भी टनल की यात्रा समाप्त नहीं होगी। इस टनल की गहराई 8040 फीट है, जो कि लगभग 2.45 किलोमीटर के बराबर है। इतनी गहराई में यात्रा करना निश्चित रूप से रोमांचकारी होता है।
टनल का भौगोलिक स्थान और इसका महत्व
यह रेलवे टनल स्विटजरलैंड में स्थित है और इसका नाम गोटहार्ड बेस टनल है। यह टनल स्विस आल्प्स की पर्वतमाला के नीचे बनी है और यह यूरोप के केंद्रीय भाग को दक्षिणी भाग से जोड़ती है। इस टनल के निर्माण का मुख्य उद्देश्य इन दो भौगोलिक क्षेत्रों के बीच यातायात को और अधिक सुगम बनाना था।
टनल के निर्माण और इसके उद्देश्य
गोटहार्ड बेस टनल की रेलवे सेवाएं वर्ष 2016 में शुरू हुई थीं। इस टनल को बनाने का मुख्य मकसद यह था कि यह आल्प्स पर्वतमाला को पार करने वाले यातायात को और अधिक सुविधाजनक और तेज़ बना सके। इसके अलावा इस टनल के बनने से क्षेत्र में सड़क यातायात के हादसे भी कम हुए हैं। क्योंकि यातायात का एक बड़ा हिस्सा अब इस टनल के माध्यम से होकर गुजरता है।
यूरोपीय यातायात नेटवर्क में इसका योगदान
गोटहार्ड बेस टनल के निर्माण से यह स्विस आल्प्स के दूसरी ओर स्थित मध्य और दक्षिणी यूरोप के शहरों के बीच एक महत्वपूर्ण हाई-स्पीड लिंक के रूप में काम कर रहा है। यह टनल न केवल पर्यावरण के लिहाज से लाभदायक है। बल्कि इसने यात्रा के समय को भी काफी हद तक कम कर दिया है। जिससे यातायात की दक्षता में वृद्धि हुई है।