मानसून के आगमन के बावजूद गर्मी और उमस का असर कम नहीं हुआ है। इस तरह की जलवायु में जहां पसीना और चिपचिपाहट आम है। आरामदायक वातावरण बनाए रखना एक चुनौती बन जाती है। ऐसे में घर में लगा एयर कंडीशनर (AC) न केवल ठंडक प्रदान करता है। बल्कि इसका एक खास मोड, जिसे ‘ड्राई मोड’ कहा जाता है। उमस और आर्द्रता को कम करने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं कि यह ड्राई मोड क्या है और यह कैसे काम करता है।
ड्राई मोड की विशेषताएँ और फायदे
एयर कंडीशनर का ड्राई मोड हवा से नमी को निकालने का काम करता है। इस मोड को सक्रिय करने पर एसी हवा को ठंडा करने के बजाय, हवा से अतिरिक्त नमी को अवशोषित करता है। इससे कमरे का तापमान तो नहीं बदलता। लेकिन आर्द्रता में कमी आने से वातावरण सुखद बन जाता है।
जिसके कारण ठंडक अधिक महसूस होती है और एलर्जी या अस्थमा जैसी सांस की समस्याओं वाले लोगों के लिए यह मोड विशेष रूप से लाभकारी होता है। इसके अलावा यह मोड फफूंदी और बैक्टीरिया के पनपने की संभावना को भी कम करता है। जिससे घर का वातावरण स्वच्छ रहता है।
ड्राई मोड का प्रयोग कैसे करें
ड्राई मोड का उपयोग करना बेहद सरल है। अधिकतर एयर कंडीशनर के रिमोट कंट्रोल पर यह विकल्प एक बूंद या बादल के आकार के आइकन के रूप में उपलब्ध होता है। इसके अलावा अगर आपके एसी में टचस्क्रीन या बटन हैं, तो आप सेटिंग्स मेनू में जाकर इस मोड को सक्रिय कर सकते हैं। अगर आपको संदेह है कि आपके एसी मॉडल में यह फीचर है या नहीं, तो आप एसी के मैन्युअल को चेक कर सकते हैं।
ड्राई मोड का उपयोग करते समय ध्यान देने योग्य बातें
ड्राई मोड को अधिक प्रभावी बनाने के लिए आपको कमरे को बंद रखना चाहिए ताकि नमी का स्तर बना रहे। इसके अलावा एयर कंडीशनर के फिल्टर को नियमित रूप से साफ करना चाहिए, । ताकि हवा का प्रवाह उत्तम रहे और डिवाइस अच्छी तरह से काम करे। इस मोड का उपयोग बारिश के मौसम और गर्मी के दिनों में ज्यादा प्रभावी होता है।
हालांकि लंबे समय तक इस मोड का उपयोग न करें क्योंकि इससे हवा बहुत शुष्क हो सकती है। जो कि कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। अगर आपके पास स्वास्थ्य से संबंधित कोई समस्या है, तो ड्राई मोड का उपयोग करने से पहले चिकित्सक से सलाह लेना उचित होगा।