उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से एक विचित्र लेकिन मानवीय संवेदनाओं को छू लेने वाली घटना सामने आई है। यहाँ के बीबीपुर गांव में एक प्रेग्नेंट महिला ने अपने देवर के साथ मंदिर में विवाह रचाया। जिसमें महिला के पहले पति और देवर के बड़े भाई ने बाराती की भूमिका निभाई। इस घटना ने न केवल गांव बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।
विवाह की पृष्ठभूमि और परिवार की प्रतिक्रिया
इस अद्भुत शादी की कहानी तब शुरू हुई जब बहादुर गौतम ने पिछले वर्ष मई में सीमा गौतम से विवाह किया। शादी भव्यता से सम्पन्न हुई और सीमा ने अपने ससुराल में कदम रखा। हालांकि कुछ समय बाद बहादुर को संदेह हुआ कि सीमा का उनके छोटे भाई सुंदर के साथ संबंध है। सीमा के गर्भवती होने पर बहादुर ने बच्चे को अपना मानने से इनकार कर दिया और दावा किया कि बच्चा सुंदर का है।
समाधान और सामाजिक स्वीकार्यता
परिवार और गांव वालों की मध्यस्थता में इस जटिल स्थिति का हल निकाला गया। सीमा और सुंदर ने कोर्ट मैरिज कर ली और बाद में जोगी वीर मंदिर में पारंपरिक हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे भी लिए। इस विवाह में बहादुर गौतम ने अपनी पूर्व पत्नी और अपने भाई को आशीर्वाद दिया। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पारिवारिक समर्थन और समझौते से कठिनाईयों का समाधान संभव है।
समाज में इस घटना का प्रभाव
इस घटना ने स्थानीय समाज में व्यापक चर्चा और विचार-विमर्श को जन्म दिया है। कुछ लोग इसे परिवार के आंतरिक मामले के रूप में देखते हैं, जबकि अन्य इसे सामाजिक मूल्यों और रिश्तों की नई परिभाषा के रूप में व्याख्यायित करते हैं। यह घटना समाज में व्याप्त पारंपरिक मान्यताओं और आधुनिक समझ के बीच की खाई को भी दर्शाती है।