भारतीय कृषि और पशुपालन उद्योग में दूध का कारोबार तेजी से विस्तार पा रहा है। गांव हो या शहर हर जगह दूध और दुग्ध उत्पादों की बिक्री से अच्छा मुनाफा हो रहा है। सरकार भी किसानों को पशुपालन के लिए उत्साहित कर रही है और इस दिशा में विशेष सब्सिडी और सहायता प्रदान कर रही है।
हालांकि कुछ किसानों को आवश्यक ज्ञान की कमी के कारण उतना मुनाफा नहीं हो पा रहा है। आइए जानते हैं उन तीन प्रमुख गायों की नस्लों के बारे में जो विश्व स्तर पर उच्च दूध उत्पादन के लिए जानी जाती हैं।
गिर गाय
गिर गाय जो कि गुजरात के गिर क्षेत्र से आती है। दुनियाभर में अपने उच्च दूध उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। यह गाय प्रतिदिन 12 से 20 लीटर दूध देती है और उचित देखभाल और पोषण के साथ यह मात्रा 50 लीटर प्रतिदिन तक पहुंच सकती है। गिर गाय का दूध अन्य स्थानीय नस्लों की तुलना में महंगा बिकता है और इसके घी की भी बाजार में उच्च मांग है।
साहिवाल गाय
साहिवाल गाय जिसे उत्तर भारत में विशेष रूप से पसंद किया जाता है। अपनी दूध उत्पादन क्षमता के लिए लोकप्रिय है। यह गाय रोजाना 10 से 15 लीटर दूध देती है और सही पोषण और देखभाल पर यह मात्रा 30 लीटर तक बढ़ सकती है। साहिवाल गाय की एक खासियत यह है कि यह गर्मी को बेहतर सहन कर सकती है। जिससे यह भारतीय उपमहाद्वीप के अलावा अफ्रीका और कैरेबियन देशों में भी लोकप्रिय है।
लाल सिंधी गाय
लाल सिंधी गाय जिसकी उत्पत्ति पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र में हुई है। अब भारत में व्यापक रूप से पाली जा रही है। यह गाय दिन में 12 से 20 लीटर दूध देने की क्षमता रखती है और सही देखभाल के साथ इसकी उत्पादन क्षमता और भी बढ़ सकती है। इसकी विशेषता इसका लाल रंग है जो इसे अन्य नस्लों से अलग करता है।