दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने अपने यात्रियों की सुविधा को और भी बढ़ाने के लिए एक नई पहल की है। अब दिल्ली मेट्रो के यात्री बिना किसी पारंपरिक टोकन या स्मार्ट कार्ड के उपयोग के अपने स्मार्टफोन का उपयोग करते हुए क्यूआर कोड स्कैन करके टिकट प्राप्त कर सकेंगे। यह नई तकनीक यात्रियों को लंबी लाइनों में खड़े होने से मुक्ति दिलाएगा और उनकी यात्रा को और आसान बनाएगा।
क्यूआर कोड टिकटिंग सिस्टम
डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक विकास कुमार के अनुसार इस नई प्रणाली का उद्देश्य टिकटिंग प्रक्रिया को डिजिटलीकृत करना और यात्रियों के समय की बचत करना है। क्यूआर कोड टिकटिंग सिस्टम के तहत यात्रियों को कागज के टिकट छपवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिससे कागज की खपत में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान होगा। यह सुविधा जल्द ही दिल्ली मेट्रो के सभी स्टेशनों पर उपलब्ध होगी।
टिकटिंग के लिए आधुनिक समाधान
इस नई प्रणाली के तहत, यात्री अपने मोबाइल ऐप पर क्यूआर कोड वॉलेट को टॉप अप कर सकेंगे और अपनी हर यात्रा के लिए नया टिकट खरीदे बिना सफर कर सकेंगे। इससे यात्रियों को हर बार टिकट काउंटर पर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी, जो कि समय और ऊर्जा की बचत करेगा। यह प्रणाली विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए लाभकारी होगी जो नियमित रूप से मेट्रो का उपयोग करते हैं।
डीएमआरसी और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट
डीएमआरसी की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि टेक्नोलॉजी का उपयोग करके कैसे जन-सुविधाओं को बेहतर बनाया जा सकता है। इस तरह के उन्नतिशील कदम न केवल यात्रा के अनुभव को सुधारते हैं। बल्कि यह भी दिखाते हैं कि डीएमआरसी अपने यात्रियों के लिए किस तरह से नए समाधान प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रणाली के सफल अमलीकरण से दिल्ली मेट्रो की सेवाएं और भी आकर्षक और उपयोगी हो जाएंगी।