झारखंड के तमाड़ क्षेत्र के मधुडीह गांव में एक असामान्य घटना घटी जिसने वहां मौजूद सभी को हिलाकर रख दिया। जब एक शादी की सभी रस्में सुचारु रूप से चल रही थीं उसी समय एक विक्षिप्त युवक ने अचानक से मंडप में प्रवेश किया और दुल्हन की मांग में सिंदूर भरने की कोशिश की।
दूल्हे ने तोड़ दी शादी
इस घटना के कारण वर पक्ष बहुत नाराज हुआ और दूल्हे ने विवाह स्थल पर ही शादी तोड़ने का निर्णय लिया। यह स्थिति उस समय और विकट हो गई जब पूरी बारात गुस्से में वापस लौटने का निर्णय लेती है। यह घटना सभी के लिए अप्रत्याशित थी और इसने शादी के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया।
स्थानीय प्रशासन का हस्तक्षेप
गांव वालों और स्थानीय प्रशासन ने इस मामले में हस्तक्षेप किया। थाना प्रभारी अमित कुमार ने वर पक्ष को समझाया कि विक्षिप्त युवक अक्सर गांव में परेशानी का कारण बनता है और उसकी गतिविधियों को गंभीरता से न लेने की सलाह दी। प्रशासन ने दूल्हे को दुल्हन को स्वीकार करने की गुजारिश की ताकि एक बार फिर से शादी की रस्में आयोजित की जा सकें।
शिव मंदिर में हुई शादी
आखिरकार दोनों परिवारों ने सहमति व्यक्त की और शादी को तमाड़ थाना परिसर के शिव मंदिर में संपन्न कराने का निर्णय लिया गया। यह पुनः आयोजित शादी सभी के लिए खुशी का क्षण लेकर आई और यह दर्शाता है कि कैसे समुदाय और स्थानीय प्रशासन की मदद से कठिनाइयों का समाधान संभव है। इस घटना ने ग्रामीण समाज में आपसी समर्थन और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया।