मॉनसून के इस सक्रिय चरण में अरुणाचल प्रदेश सहित पूर्वोत्तर राज्यों में अगले दो दिनों तक विशेष रूप से भारी बारिश की संभावना है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार के अनुसार यह बारिश कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी तक हो सकती है। इसी तरह उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी भागों में भी 03 जुलाई तक भारी बारिश की आशंका है जिससे नदियों में जलस्तर बढ़ सकता है और जलभराव की समस्या हो सकती है।
रेड अलर्ट और मॉनसून की स्थिति
वर्तमान में मॉनसून की गतिविधियाँ जोरों पर हैं और इसे देखते हुए अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी क्षेत्रों सहित सिक्किम में अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। यह सतर्कता भारी बारिश की संभावना के कारण है जो न केवल जन-जीवन को प्रभावित कर सकती है बल्कि भूस्खलन जैसी आपदाओं को भी जन्म दे सकती है।
उत्तरी राज्यों में बढ़ती वर्षा की संभावना
पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। 01 और 02 जुलाई को पंजाब में कई स्थानों पर बहुत भारी बारिश हो सकती है जबकि हिमाचल प्रदेश में 02 जुलाई तक इसी प्रकार की स्थिति रहने की आशंका है। इस बारिश से खेती-बाड़ी पर असर पड़ सकता है और लोगों को अपने ट्रैवल प्लानिंग में बदलाव करने पड़ सकते हैं।
मध्य और पश्चिमी भारत में भी बारिश की संभावना
मध्य महाराष्ट्र और गुजरात के सौराष्ट्र तथा कच्छ क्षेत्रों में भी भारी बारिश का अनुमान है। 01 जुलाई को इन क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने की उम्मीद है जो कि इन क्षेत्रों के लिए आम तौर पर सूखा प्रभावित होने के कारण गुड न्यूज़ के समान है। यह बारिश कृषि के लिए वरदान साबित हो सकती है क्योंकि यह जलाशयों के जलस्तर को बढ़ाने में मदद करेगी और खेती के लिए जरूरी पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।