उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में चार नए लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस परियोजना के लिए तेजी से प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इन एक्सप्रेसवे का मुख्य उद्देश्य प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाना और कनेक्टिविटी में सुधार करना है।
मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक
मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को निर्माणाधीन और नई परियोजनाओं की समीक्षा की। इसमें औद्योगिक कॉरिडोर और डिफेंस कॉरिडोर शामिल हैं। उन्होंने विशेष रूप से मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को दिसंबर तक खोलने की दिशा में काम करने का आदेश दिया ताकि प्रयागराज कुंभ 2025 के लिए यह तैयार हो सके।
गोरखपुर और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर प्रगति
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की प्रगति पर संतोष जताते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गोरखपुर, संतकबीर नगर, आजमगढ़ और अंबेडकर नगर के लिए शानदार कनेक्टिविटी मिल सके। इसी तरह बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को चित्रकूट से जोड़ने के लिए भी तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।
औद्योगिक और डिफेंस कॉरिडोर में निवेश की समीक्षा
वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बाद प्राप्त निवेश प्रस्तावों की समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को जमीन आवंटन और अन्य प्रोत्साहन जल्दी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि बड़ी कंपनियां जैसे ब्रह्मोस एयरोस्पेस और अडानी डिफेंस उत्तर प्रदेश में अपनी इकाइयाँ बनाई जा रही हैं जो प्रदेश के औद्योगिक विकास को बढ़ावा देंगी।
लिंक एक्सप्रेसवे से जुड़ेंगे मुख्य मार्ग
नई योजना के अनुसार, गंगा एक्सप्रेसवे जेवर एयरपोर्ट से, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से, और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिससे ये सभी मार्ग आपस में जुड़ जाएंगे और राज्य की समग्र कनेक्टिविटी में सुधार होगा।