Liquor Ban: भारत के कई राज्यों ने शराब पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा रखा है। इनमें बिहार, गुजरात, मिजोरम और नागालैंड शामिल हैं। अब ओडिशा सरकार भी इसी दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है। नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की सरकार ने राज्य में शराब पर चरणबद्ध प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है।
शराबबंदी की वजह
शराबबंदी का मुख्य कारण समाज में बढ़ती शराब की लत और इससे जुड़ी समस्याएं हैं। समाज कल्याण मंत्री नित्यानंद गोंड ने स्पष्ट किया कि शराब की लत से समाज प्रदूषित हो रहा है और इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “हम राजस्व की हानि का डर दिखा कर शराब की बिक्री को बढ़ावा नहीं दे सकते।”
चरणबद्ध तरीके से लागू करने की तैयारी
मंत्री ने बताया कि ओडिशा सरकार आबकारी विभाग और अन्य संबंधित विभागों के साथ मिलकर इस नीति को चरणबद्ध तरीके से लागू करेगी। इसका मकसद यह है कि शराबबंदी से होने वाले राजस्व के नुकसान को धीरे-धीरे कम किया जा सके।
नशीली दवाओं के खिलाफ भी कदम
ओडिशा सरकार ने यह भी घोषणा की है कि वह नशीली दवाओं की बिक्री पर भी रोक लगाने जा रही है। मंत्री ने कहा, “हम आने वाले दिनों में नशीली दवाओं के सेवन को कम करने के लिए ठोस कदम उठाएंगे। हमारा उद्देश्य एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना है।”
अफवाहों का खंडन
हाल ही में यह अफवाह थी कि सरकार 15 अगस्त से शराबबंदी लागू कर देगी। हालांकि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने इसे खारिज कर दिया और इसे मात्र एक अफवाह बताया। इस प्रकार के कदम से न केवल शराब की बिक्री पर रोक लगेगी बल्कि समाज में स्वास्थ्य और शांति भी बढ़ेगी।