विधानसभा चुनावों की आहट के बीच हरियाणा की सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए चार शहरों में 91 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने की मंजूरी दी है। यह फैसला राज्य में निवास कर रहे हजारों परिवारों के लिए एक सुखद समाचार लाया है। पलवल, पंचकूला, पानीपत और महेंद्रगढ़—इन चारों शहरों में यह कॉलोनियां अब तक अवैध थीं जिन्हें वैधता प्रदान कर दी गई है।
सुविधाओं की सौगात
नियमितीकरण की इस प्रक्रिया से इन कॉलोनियों के निवासियों को बिजली, पानी, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाएं सुलभ होंगी। इस कदम से लगभग दो लाख लोगों को सीधा लाभ पहुँचेगा और उन्हें अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री कराने एवं बेचने की सुविधा भी मिलेगी।
विकास की राह पर अग्रसर
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण इन कॉलोनियों में विकास कार्यों की देखरेख करेगा। सरकार का लक्ष्य 30 जून तक 433 अवैध कॉलोनियों को नियमित करने का है जिसमें से कुछ में यह प्रक्रिया पहले ही शुरू कर दी गई है।
शामिल की गई कॉलोनियां और उनके नाम
इस प्रक्रिया में पलवल, पृथला, हथीन, होडल खंड, नारनौल, महेंद्रगढ़, पंचकूला, अटेली, बरवाला, रायपुररानी, कालका, पानीपत के इसराना, मतलौडा, समालखा और पानीपत की कॉलोनियां शामिल की गई हैं।
जो क्षेत्र नहीं होंगे नियमित
नोटिफिकेशन के मुताबिक हाईटेंशन लाइन, पेट्रोलियम पाइपलाइन से प्रभावित क्षेत्र, विकास योजना में दर्शाई गई प्रस्तावित सड़क प्रतिबंधित और हरित पट्टी वाले भूखंड इस नियमितीकरण प्रक्रिया का हिस्सा नहीं होंगे। इसके अलावा वाणिज्यिक परिसर, गोदाम, बैंक्वेट हॉल, मॉल और मल्टीप्लेक्स वाले भूखंड भी इसमें शामिल नहीं किए जाएंगे।