Goverment Scheme : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को धनतेरस के अवसर पर 12,850 करोड़ रुपये से अधिक की चिकित्सा परियोजनाओं की आधारशिला रखी और शिलान्यास किया। इस दौरान, उन्होंने एक महत्वपूर्ण ऐलान करते हुए 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत योजना का विस्तार किया। इस विस्तार के तहत, अब अधिक संख्या में वरिष्ठ नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से उपलब्ध हो सकेंगी, जिससे उनका जीवन स्तर और स्वास्थ्य बेहतर हो सकेगा।
यह कदम स्वास्थ्य क्षेत्र में प्रधानमंत्री मोदी की सरकार की लगातार प्रगति और विकास को दर्शाता है। इस योजना का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना है, और अब इसका दायरा वरिष्ठ नागरिकों तक बढ़ा दिया गया है, जिससे देश के बुजुर्गों को भी इसका लाभ मिल सकेगा।
आयुष्मान भारत योजना, जिसे ‘प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना’ के नाम से भी जाना जाता है, 2018 में शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के गरीब और कमजोर वर्ग के नागरिकों को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना था। इसके तहत, प्रत्येक पात्र परिवार को 5 लाख रुपये तक की स्वास्थ्य बीमा सुविधा दी जाती है। इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने के लिए इलाज की लागत का अधिकांश भार सरकार द्वारा उठाया जाता है। आयुष्मान भारत योजना के विस्तार से अब देश के 70 साल और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों को भी इसका लाभ मिलेगा, जिससे उनकी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं कम होंगी।
प्रमुख योजनाएं और पहल
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी बताया कि स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार के लिए कई नई योजनाएं और पहल की जा रही हैं। इनका उद्देश्य न केवल इलाज की गुणवत्ता बढ़ाना है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार भी करना है, ताकि दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले नागरिकों को भी आवश्यक चिकित्सा सेवाएं मिल सकें।
नई चिकित्सा परियोजनाएं
प्रधानमंत्री ने जिन चिकित्सा परियोजनाओं का शिलान्यास किया, उनका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार करना और देशभर में अस्पतालों की संख्या बढ़ाना है। इन परियोजनाओं के तहत नई अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों और स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण किया जाएगा, जिससे लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।
जया किशोरी की ट्रोलिंग पर प्रतिक्रिया
वहीं, जानी-मानी कथावाचक जया किशोरी ने हाल ही में सोशल मीडिया पर हो रही ट्रोलिंग पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन पर आरोप लगाया गया था कि वे लेदर बैग इस्तेमाल करती हैं, जो उनके आध्यात्मिक जीवन के साथ मेल नहीं खाता। जया किशोरी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि वे किसी चीज को ब्रांड देखकर नहीं खरीदतीं, बल्कि जो चीज उन्हें पसंद आती है, वही खरीदती हैं। यह स्पष्ट किया कि किसी वस्तु के उपयोग से किसी के आध्यात्मिक जीवन की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ता।
तालिबानी शासन में शांति का दावा
इस बीच, अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार ने तीन साल पूरे होने पर जश्न मनाया और दावा किया कि उनके शासन में मुल्क में शांति आ चुकी है। तालिबान का कहना है कि उन्होंने देश में सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ाया है। हालांकि, अफगानिस्तान में कई मानवाधिकार संगठनों का यह कहना है कि शांति का दावा करना वास्तविकता से परे हो सकता है, क्योंकि वहां के नागरिक अभी भी काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं।