Breaking News : राजस्थान रोडवेज और हरियाणा रोडवेज के बीच हाल ही में शुरू हुआ विवाद एक महिला कांस्टेबल के बिना टिकट यात्रा करने से जुड़ा हुआ है, जो राजस्थान की बस में सफर कर रही थी। इस विवाद ने दोनों राज्यों के रोडवेज विभागों के बीच तनाव को जन्म दिया, और दोनों ने एक-दूसरे की बसों के चालान काटने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस लेख में हम इस पूरे विवाद की घटनाओं पर चर्चा करेंगे और समझेंगे कि यह क्यों इतना बढ़ गया।
विवाद की शुरुआत
यह मामला 23 अक्टूबर 2024 का है, जब हरियाणा की एक महिला कांस्टेबल राजस्थान रोडवेज की बस में यात्रा कर रही थी। बस कंडक्टर ने उसे टिकट लेने के लिए कहा, लेकिन महिला कांस्टेबल ने खुद को स्टाफ बताते हुए टिकट कटवाने से मना कर दिया। कंडक्टर ने इसके बाद महिला कांस्टेबल से टिकट कटवाने की जिद की, लेकिन वह इससे सहमत नहीं हुई। आखिरकार, एक सहयात्री ने अपनी जेब से पैसा खर्च कर महिला कांस्टेबल का टिकट कटवाया।
बदले की कार्रवाई
हरियाणा रोडवेज के चालान काटने के बाद, राजस्थान ने भी बदले की कार्रवाई शुरू की। राजस्थान पुलिस ने हरियाणा से आने वाली बसों के चालान काटने शुरू कर दिए। अकेले जयपुर बस अड्डे पर ही 26 हरियाणा रोडवेज बसों के चालान काटे गए। इनमें से 9 बसों के चालान सिंधी कैंप पर हुए और बाकी 17 बसों के चालान सड़वा मोड़ पर काटे गए।
राजस्थान रोडवेज का बयान
राजस्थान स्टेट रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (RSRTC) के MD, पुरुषोत्तम शर्मा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनके परिचालक की कोई गलती नहीं थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा पुलिस ने बिना वजह ही राजस्थान रोडवेज के चालान काटे हैं और उन्होंने इस मामले में हरियाणा सरकार को मौखिक रूप से सूचित कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि अब वह लिखित रूप से भी अपनी बात हरियाणा सरकार को भेजेंगे।