Note Printing: भारतीय अर्थव्यवस्था में नकदी का महत्व आज भी बरकरार है भले ही डिजिटल लेनदेन का चलन बढ़ रहा हो. कई परिस्थितियों में जैसे कि छोटे रोजाना लेनदेन या तकनीकी बाधाओं के कारण, नकदी मुश्किल बनी हुई है. यह विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और भी प्रमुख है जहाँ डिजिटल संसाधनों की सीमित पहुंच होती है.
नोटों के विभिन्न कीमत
भारतीय बाजार में विभिन्न मूल्यवर्गों के नोटों की उपलब्धता, जिसमें ₹5, ₹10, ₹20, ₹50, ₹100, ₹200, और ₹500 शामिल हैं, विभिन्न आर्थिक गतिविधियों में सरलता मिलती है. हालांकि ₹2000 के नोट को बाजार से हटाने के निर्णय ने बड़े मूल्यवर्ग के लेनदेन में कुछ हद तक समस्या उत्पन्न की है.
**नोट छापने की प्रक्रिया
भारतीय नोटों की छपाई चार मुख्य स्थानों पर की जाती है: नासिक (Nasik) महाराष्ट्र, देवास (Dewas) मध्य प्रदेश, मैसूर (Mysore) कर्नाटक, और सालबोनी (Salboni) पश्चिम बंगाल में. ये स्थान भारतीय रिजर्व बैंक के सीधे नियंत्रण में हैं, और यहाँ पर उच्चतम सुरक्षा मानकों के तहत नोट छपते हैं.
भारतीय अर्थव्यवस्था में नकदी का भविष्य
जैसे-जैसे भारत डिजिटलीकरण की ओर अग्रसर हो रहा है नकदी का महत्व निश्चित रूप से कम हो रहा है परंतु पूरी तरह से समाप्त होने की संभावना नहीं है. विभिन्न सामाजिक-आर्थिक परतों में नकदी की उपस्थिति अभी भी महत्वपूर्ण है, और इसे पूरी तरह से दरकिनार कर पाना भविष्य में भी कठिन होगा.