School Holiday: दिसंबर का महीना शुरू होते ही भारत भर में ठंड का असर दिखाई देने लगता है खासकर उत्तर भारत में जहां यह दौर पहले से ही शुरू हो चुका है. इस समय के दौरान शीतकालीन अवकाश की घोषणा की जाती है जिससे कि छात्रों और कर्मचारियों को ठंड से कुछ राहत मिल सके.
राज्यवार शीतकालीन अवकाश की घोषणाएं
राजस्थान और छत्तीसगढ़ में शीतकालीन अवकाश (winter holidays in Rajasthan and Chhattisgarh) की घोषणा पहले ही की जा चुकी है. छत्तीसगढ़ में, शिक्षा विभाग ने 23 दिसंबर से 28 दिसंबर तक अवकाश की घोषणा की है, जिसमें सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ-साथ B.Ed और D.L.Ed कॉलेजों को भी बंद रखा जाएगा. इस अवकाश की अवधि स्कूलों की छुट्टियों के लिए महत्वपूर्ण है और इससे छात्रों को ठंड से बचने का अवसर मिलता है.
उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का असर
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, और हरियाणा जैसे राज्यों में ठंड और कोहरे (cold and fog in North India) का प्रकोप बढ़ चुका है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. कोहरे की वजह से दृश्यता में कमी आती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है. इसी कारण स्कूलों के समय में भी बदलाव किया गया है ताकि छात्रों को ठंड के समय में स्कूल जाने से राहत मिल सके.
शीतकालीन अवकाश क्यों जरुरी है?
शीतकालीन अवकाश (importance of winter vacation) न केवल बच्चों के लिए बल्कि कर्मचारियों के लिए भी जरुरी है क्योंकि यह उन्हें ठंड के प्रकोप से बचाता है और उन्हें स्वस्थ रहने का मौका देता है. इस दौरान छात्र अपनी पढ़ाई से थोड़ा समय निकालकर अपनी शारीरिक और मानसिक सेहत को सुधारने का अवसर पाते हैं.