Dehradun Mussoorie Ropeway: देहरादून और मसूरी को जोड़ने वाली रोप-वे परियोजना ने तेजी से कदम बढ़ाया है. इस परियोजना की मदद से, जो पर्यटक पहले देहरादून से मसूरी की 33 किलोमीटर की दूरी तय करने में 1.5 से 3 घंटे का समय लगाते थे वे अब केवल 15 मिनट में ही मसूरी पहुंच सकेंगे. इससे पर्यटकों का समय बचेगा और यात्रा का आनंद दोगुना होगा.
यात्री ट्रालियों की विशेषताएं
रोप-वे पर आटोमैटिक यात्री ट्रालियां लगाई जाएंगी, जिनमें स्वचालित दरवाजे होंगे. ये ट्रालियां प्रति घंटे 1300 यात्रियों को एक ओर से दूसरी ओर पहुंचाने में सक्षम होंगी. इस तरह की ट्रालियां पर्यटकों को न केवल सुरक्षित और तेजी से यात्रा कराएंगी बल्कि उन्हें अद्वितीय नजारे भी प्रदान करेंगी .
टर्मिनल और पार्किंग की स्थापना
पुरकुल गांव में रोप-वे का लोअर टर्मिनल और पार्किंग की स्थापना लगभग पूरी हो चुकी है. यहाँ पर एक विशाल पार्किंग स्थल होगा, जिसमें दो हजार से अधिक वाहन खड़े हो सकेंगे. इससे पर्यटकों को पार्किंग की सुविधा मिलेगी और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे .
रोप-वे की मंजूरी
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड के अंतर्गत मसूरी स्काइवार कंपनी के साथ मिलकर इस रोप-वे का निर्माण शुरू किया है. इस परियोजना की लागत लगभग 300 करोड़ रुपये है जो पर्यटन के नए आयाम खोलेगी .
पर्यटन और स्थानीय विकास के अवसर
रोप-वे परियोजना के पूरा होने पर न केवल पर्यटन बढ़ेगा बल्कि स्थानीय विकास को भी बल मिलेगा. पुरकुल और मसूरी दोनों ही स्थानों पर व्यापारिक और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिससे स्थानीय आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.