Underground 4 Lane Highway: यहां बनेगा 90KM का अंडरग्राउंड 4 लेन हाइवे, 13 घंटे का सफर होगा कम

By Vikash Beniwal

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Underground 4 Lane Highway: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया देशभर में आधुनिक सड़कों और एक्सप्रेसवे का निर्माण कर कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है. हाल ही में हिमाचल प्रदेश में एक परियोजना की शुरुआत हुई है जिसमें 85 किलोमीटर लंबा हाईवे बनाया जा रहा है. इस हाईवे में सुरंगें, 8 लेन और 4 लेन सड़कें और एलिवेटेड एक्सप्रेसवे शामिल होंगे.

ऑटोमेटिक टोल सिस्टम से आसान होगी यात्रा

इस हाईवे पर टोल टैक्स के लिए रुकने की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि इसमें ऑटोमेटिक टोल टैक्स सिस्टम (automatic toll tax system in india) का प्रावधान किया गया है. यह प्रणाली यात्रियों को समय की बचत और सफर को अधिक सुविधाजनक बनाने में मदद करेगी.

सुरंगों से कम होगी दूरी और समय

हाईवे निर्माण के तहत प्रस्तावित सुरंगों से न केवल सफर की दूरी कम होगी, बल्कि समय की भी बचत होगी. रिपोर्ट्स के अनुसार, चार लेन हाईवे बनने से 126 किलोमीटर की दूरी घट जाएगी और यात्रा का समय (travel time reduction on highways) लगभग 13 घंटे तक कम हो जाएगा.

प्राकृतिक आपदाओं के लिए बेहतर समाधान

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और लैंडस्लाइड (landslides in Himachal Pradesh) के कारण यातायात अक्सर बाधित होता है. NHAI ने इन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए नई सड़कों के साथ सुरंगों का निर्माण करने का निर्णय लिया है, जो यात्रा को सुरक्षित और आसान बनाएगा.

कीरतपुर-मनाली राजमार्ग पर राहत

पिछले कुछ वर्षों में कीरतपुर-मनाली राजमार्ग पर कुल्लू और मंडी क्षेत्र में भारी नुकसान (road damage in Kullu and Mandi) हुआ है. इस परियोजना से इन क्षेत्रों में यातायात को सुगम बनाया जा सकेगा, जिससे पर्यटकों और स्थानीय निवासियों दोनों को लाभ होगा.

हाईवे निर्माण का आर्थिक और सामाजिक महत्व

यह परियोजना न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि पूरे देश के लिए आर्थिक विकास (economic growth through highways) का एक महत्वपूर्ण कदम है. हाईवे से स्थानीय व्यवसायों, पर्यटन और लॉजिस्टिक्स सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा.

NHAI की प्राथमिकताएं

NHAI ने इस परियोजना की पचास प्रतिशत रिपोर्ट पहले ही तैयार कर ली है और इसके लिए केंद्र सरकार और पर्यावरण मंत्रालय से आवश्यक अनुमोदन (environmental clearance for highways) प्राप्त किया है. यह परियोजना विकास के हर चरण में पारदर्शिता और पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देती है.

एलिवेटेड एक्सप्रेसवे का महत्व

इस परियोजना में एलिवेटेड एक्सप्रेसवे (elevated expressways in India) का निर्माण भी शामिल है, जो न केवल यातायात को सुगम बनाएंगे बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को भी कम करेंगे.

पर्यावरण संरक्षण और हाईवे निर्माण

पर्यावरणीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, इस हाईवे परियोजना में सभी सुरक्षा मानकों (environmental safety standards) का पालन किया जा रहा है. सुरंगों और एलिवेटेड सड़कों के निर्माण से हिमाचल प्रदेश के प्राकृतिक सौंदर्य को संरक्षित रखने का प्रयास किया जाएगा.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.