Expressway: उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। दोनों राज्यों की राजधानियों लखनऊ और भोपाल को जोड़ने वाला नया एक्सप्रेसवे बनने वाला है, जो दोनों शहरों के बीच की दूरी को तय करने में लगने वाले समय को आधा कर देगा।
600 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
यह एक्सप्रेसवे 600 किलोमीटर लंबा होगा और इसे तीन चरणों में बनाया जाएगा। इसके बनने से लखनऊ और भोपाल के बीच की यात्रा समय 15 घंटे से घटकर 8 घंटे रह जाएगी। इसके माध्यम से उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के बड़े शहरों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी और व्यापारिक गतिविधियों में भी बढ़ोतरी होगी।
बुंदेलखंड को मिलेगा फायदा
इस एक्सप्रेसवे से बुंदेलखंड क्षेत्र को भी फायदा होगा, क्योंकि यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के कानपुर, हमीरपुर, महोबा और मध्यप्रदेश के छतरपुर को जोड़ता है। इसके निर्माण से न केवल यात्रा का समय कम होगा, बल्कि इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
आर्थिक और पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से पर्यटन के क्षेत्र में भी क्रांति आने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के खजुराहो और ओरछा जैसे प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान हो जाएगी। इसके साथ ही पन्ना टाइगर रिजर्व और नौरादेही टाइगर रिजर्व जैसे पर्यटकों के लिए आकर्षक स्थल भी नजदीक होंगे।
रोजगार के नए अवसर खुलेंगे
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रियों के लिए फायदा होगा, बल्कि इसके आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। इसके निर्माण के दौरान और बाद में स्थानीय लोगों को काम मिलेगा। इसके अलावा, ट्रांसपोर्ट और व्यापार के क्षेत्र में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
परियोजना की लागत और समय
इस परियोजना की कुल लागत लगभग 11,300 करोड़ रुपये अनुमानित है। इसका निर्माण पिछले 5 सालों से चल रहा है और 2024 तक इसके पूरे होने की संभावना है।