Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य न केवल एक महान राजनीतिज्ञ थे. बल्कि उनकी गहरी दृष्टि ने उन्हें समाज के हर पहलू को समझने की क्षमता प्रदान की. उनकी नीतियाँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी कि सैकड़ों वर्ष पहले थीं. उन्होंने महिलाओं की विशेषताओं पर विचार करते हुए कुछ गुणों को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बताया है.
ममता और देखभाल का गुण
चाणक्य के अनुसार जिन महिलाओं में ममता का भाव (Motherly instinct) गहराई से विद्यमान होता है. वे घर को अपने प्रेम और स्नेह से स्वर्ग के समान बना देती हैं. ऐसी महिलाएं घर के हर सदस्य का ध्यान रखती हैं और उन्हें परिवार के प्रति अपने कर्तव्य का गहरा बोध होता है.
मन की सुंदरता
बाहरी सुंदरता (External beauty) के अलावा, जो महिलाएं मन से सुंदर होती हैं. वे वास्तव में अपने संबंधों को समृद्ध और खुशहाल बनाती हैं. चाणक्य का मानना था कि ऐसी महिलाएं अपने परिवार के लिए सच्ची धरोहर होती हैं.
ईमानदारी की महत्ता
ईमानदारी (Honesty) एक ऐसा गुण है जो किसी भी संबंध की नींव होती है. जो महिलाएं ईमानदार होती हैं. वे कठिनाईयों में भी अपने पति का साथ नहीं छोड़ती. यह गुण उन्हें अपने पति के लिए एक विश्वसनीय साथी बनाता है.
लालच से दूर रहना
चाणक्य के अनुसार जो महिलाएं लालची (Non-greedy nature) नहीं होती. वे अपने परिवार की भलाई के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं. ऐसी महिलाएं अपने परिवार के साथ दृढ़ता से खड़ी रहती हैं. चाहे कितनी भी बाधाएँ क्यों न आएं.
शांति और संयम
शांत चित्त वाली महिलाएं (Calm demeanor) अपने परिवार में शांति और संतुलन लाती हैं. ऐसी महिलाएं किसी भी समस्या को शांतिपूर्वक सुलझाने में सक्षम होती हैं. जिससे परिवार में सद्भाव और समृद्धि बनी रहती है.
अच्छी नारी की परिभाषा
चाणक्य ने इन गुणों को न केवल पत्नी बल्कि किसी भी महिला के लिए अच्छी माना है. ऐसी महिलाएं जिस घर में जाती हैं. उस घर को वे सुख और समृद्धि से भर देती हैं और अपने पति के लिए एक भाग्यशाली साथी साबित होती हैं.
(Disclaimer: इस आर्टिकल में दी गई जानकारियां और सूचनाएं इंटरनेट से ली गई हैं। Dharataltv.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)