दक्षिण-पश्चिम मानसून ने भारत के विभिन्न भागों में दस्तक दी है जिससे कई राज्यों में मौसम में नमी और ताजगी का संचार हो रहा है। गोवा, कर्नाटक और तेलंगाना के कुछ और हिस्सों में मानसून की प्रगति हुई है। इस वर्षा की उम्मीद के साथ लोगों में एक नई उमंग और चेहरे पर खुशी देखी जा सकती है।
मानसून के प्रसार का विस्तार
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 3-4 दिनों में मानसून कर्नाटक के शेष हिस्सों दक्षिण महाराष्ट्र, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश के कुछ और भागों दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा के कुछ हिस्सों में फैलने की संभावना है। इस प्रसार के साथ ही किसान और खेतिहर समुदाय के लिए भी यह समय राहत और उम्मीद भरा होता है क्योंकि खेती के लिए अच्छी बारिश का महत्व अपार है।
चक्रवाती परिसंचरण का प्रभाव
इसी के साथ उत्तर-पूर्वी असम में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है और बंगाल की खाड़ी से तेज हवाएं चल रही हैं जिसका असर पूर्वोत्तर के राज्यों में भी महसूस किया जा सकता है। इसके चलते अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय आदि में तेज हवाओं के साथ गरज और बिजली की आशंका है।
आगामी दिनों में मौसम की स्थिति
5 जून को बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ, मध्य प्रदेश में भी मौसम में बदलाव की संभावना है। यहाँ पर गरज के साथ बिजली और तेज हवाएं चलने की आशंका है जो कि स्थानीय निवासियों के लिए सतर्क रहने का संकेत है।