CBSE 2024-25: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए आगामी सत्र 2024-25 के प्रैक्टिकल एग्जाम, आंतरिक मूल्यांकन और प्रोजेक्ट कार्यों के आयोजन के लिए नई गाइडलाइंस जारी की हैं। यह दिशानिर्देश स्कूलों के लिए महत्वपूर्ण हैं, ताकि परीक्षा प्रक्रिया सही तरीके से और समय पर आयोजित हो सके। बोर्ड ने विशेष रूप से प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तैयारी और आंतरिक मूल्यांकन के लिए कुछ खास दिशा-निर्देश दिए हैं।
प्रयोगात्मक परीक्षा की तैयारी
स्कूलों को यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रयोगात्मक परीक्षा का पाठ्यक्रम, प्रयोगशालाओं की तैयारी, और आंतरिक परीक्षकों की नियुक्ति समय पर पूरी हो। प्रयोगशाला के सभी उपकरण और सामग्री सही तरीके से तैयार होनी चाहिए।
परीक्षा तिथियों की सूचना
बोर्ड ने यह भी निर्देश दिया है कि परीक्षा की तिथियों की जानकारी अभिभावकों और छात्रों को समय पर दी जाए, ताकि वे पूरी तरह से तैयार हो सकें।
ऑनलाइन सत्यापन
स्कूलों को उम्मीदवारों की सूची ऑनलाइन प्रणाली से सत्यापित करनी होगी। साथ ही यह सुनिश्चित करना होगा कि उम्मीदवारों के विषय और श्रेणी (नियमित/कंपार्टमेंट/सुधार) सही हों।
उत्तर पुस्तिकाओं की उपलब्धता
स्कूलों में पर्याप्त संख्या में प्रयोगात्मक उत्तर पुस्तिकाएं समय पर उपलब्ध कराई जानी चाहिए, ताकि परीक्षा के दौरान कोई भी समस्या न हो।
बाहरी परीक्षकों की नियुक्ति
कक्षा 12वीं की प्रयोगात्मक परीक्षाएं बोर्ड द्वारा नियुक्त बाहरी परीक्षकों द्वारा संचालित की जाएंगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बाहरी परीक्षक समय पर नियुक्त हों और परीक्षा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न हो।
सीबीएसई के दिशा-निर्देशों का पालन कैसे करें?
स्कूलों को अपने शिक्षकों को समय पर प्रशिक्षण देना चाहिए, ताकि वे नई गाइडलाइंस का पालन ठीक से कर सकें।स्कूलों को सुनिश्चित करना होगा कि अंक अपलोडिंग निर्धारित समयावधि में पूरी हो जाए, ताकि सभी आंकड़े सही तरीके से रिकॉर्ड किए जा सकें।