Kharagpur-Visakhapatnam Expressway: खड़गपुर से विशाखापत्तनम के बीच बिछाया जा रहा 783 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे (Kharagpur-Visakhapatnam Expressway) पूर्वी भारत के परिवहन तंत्र में एक नया अध्याय जोड़ने वाला है. यह विशाल परियोजना तीन प्रमुख राज्यों—पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश को जोड़ेगी, जिससे क्षेत्रीय आर्थिक विकास में तेजी आएगी.
यात्रा का समय होगा कम
इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से खड़गपुर और विशाखापत्तनम के बीच का यात्रा समय 14 घंटे से घटकर मात्र 8 घंटे रह जाएगा. इससे न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. बल्कि माल ढुलाई (Freight Transport) में भी अधिक कुशलता आएगी.
आर्थिक विकास में योगदान
खड़गपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रा और ढुलाई में सुधार होगा बल्कि यह संबंधित राज्यों के आर्थिक विकास को भी गति देगा. विशेष रूप से इस क्षेत्र में व्यापारिक सक्रियता में बढ़ोतरी होगी. जिससे स्थानीय बाजारों और उद्योगों को बल मिलेगा.
तकनीकी और वित्तीय पहलुओं पर ध्यान
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (Ministry of Road Transport and Highways) ने इस प्रोजेक्ट के लिए गति शक्ति फ्रेमवर्क के अंतर्गत वित्तीय और तकनीकी योजना को कड़ाई से लागू किया है. परियोजना की सफलता के लिए उचित धनराशि और संसाधनों का नियोजन किया गया है.
लंबे समय की तैयारियां और प्रगति
परियोजना की विस्तृत योजना (Detailed Project Report) पर काम जारी है, और 2025 के मध्य तक इसकी पूर्णता अनुमानित है. निर्माण कार्य 2028 में शुरू होने की संभावना है. जिससे यह परियोजना अगले दशक में पूरी होगी.
पूर्वी भारत के विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर
खड़गपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे के पूरा होने पर यह पूर्वी भारत के विकास का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा. यह एक्सप्रेसवे न केवल संबंधित राज्यों को आपस में जोड़ेगा. बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक और सामाजिक उन्नति में भी योगदान देगा.