Mussoorie Ropeway: देहरादून से मसूरी के बीच रोप-वे परियोजना (Dehradun-Mussoorie ropeway project) का काम तेजी से जारी है. पुरकुल गांव में रोप-वे का लोअर टर्मिनल और मल्टीलेवल पार्किंग लगभग तैयार हो चुकी है. जबकि मसूरी के गांधी चौक पर अपर टर्मिनल के लिए एप्रोच रोड और फाउंडेशन का काम प्रगति पर है.
पार्टनरशिप और निवेश
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड ने मसूरी स्काइवार कंपनी के साथ मिलकर 300 करोड़ रुपये की लागत से इस रोप-वे परियोजना (Ropeway project investment) की शुरुआत की है. इस परियोजना से देहरादून और मसूरी के बीच की यात्रा मात्र 15 मिनट में पूरी होगी, जो पहले 1.5 से 3 घंटे लगते थे.
पर्यटकों के लिए सुविधाएं और विशेषताएं
पुरकुल में बन रही 10 मंजिला मल्टीलेवल पार्किंग (Multi-level parking in Purkul) दो हजार से अधिक वाहनों की क्षमता के साथ तैयार हो रही है. यहां पर्यटकों के लिए कैफेटेरिया और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी.
समय की बचत और पर्यावरण की सुरक्षा
रोप-वे के माध्यम से मसूरी की यात्रा न केवल समय की बचत करेगी बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभदायक होगी क्योंकि यह वाहनों के प्रदूषण को कम करेगा और जाम से मुक्ति प्रदान करेगा.
पर्यटन विभाग के लिए आर्थिक लाभ
रोप-वे परियोजना (Ropeway project benefits) के पूरा होने पर उत्तराखंड पर्यटन विभाग को अच्छी खासी आय होगी और पुरकुल गांव की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, जिससे स्थानीय रोजगार और व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा.