Agriculture News: हरियाणा और उत्तर भारत के किसानों को अक्सर शिकायत रहती है कि उनकी फसलें नीलगाय (Nilgai) और अन्य जंगली जानवरों (wild animals) द्वारा नष्ट कर दी जाती हैं. इससे न केवल उनकी कड़ी मेहनत बर्बाद होती है. बल्कि आर्थिक नुकसान भी होता है.
फसल सुरक्षा के लिए रात्रि पहरा
किसानों को अपनी फसलों की रक्षा के लिए विभिन्न मौसमों (different weathers) में भी खेतों में रातभर पहरा देना पड़ता है. यह प्रक्रिया उनके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से थकाऊ हो सकती है.
फसल सुरक्षा के लिए इनोवेटिव उपाय
किसान खेतों में बायो-लिक्विड स्प्रे (bio-liquid spray) का उपयोग कर सकते हैं जो कि जंगली जानवरों को खेतों के आस-पास आने से रोकता है. इसके अलावा खेत की मेड़ों पर औषधीय पौधे (medicinal plants) लगाने से भी जानवर दूर रहते हैं.
प्राकृतिक और सुगंधित उपचार
किसान अपनी फसलों पर चार किलो मट्ठे में छिला हुआ प्याज और बालू मिलाकर छिड़काव (spraying) कर सकते हैं. इस मिश्रण की गंध से नीलगाय और अन्य जानवर खेतों के आस-पास नहीं आते.
सुगंधित पौधों का उपयोग
करौंदा, तुलसी, मेथा और लेमन ग्रास जैसे पौधे (plants like Karonda, Tulsi, Metha, and Lemongrass) जो कि सुगंधित होते हैं. उन्हें खेतों की मेड़ पर लगाने से नीलगाय जैसे जानवर खेतों में प्रवेश नहीं करते.