मध्य प्रदेश में विकास की रफ्तार को तेज करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य में नर्मदा एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है, जो 1200 किलोमीटर लंबा होगा। इस परियोजना पर करीब 31,000 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। यह एक्सप्रेसवे राज्य के 11 जिलों को जोड़ते हुए गुजरात और छत्तीसगढ़ को भी कनेक्ट करेगा।
नर्मदा एक्सप्रेसवे की खासियत
यह एक्सप्रेसवे न केवल मध्य प्रदेश बल्कि आसपास के राज्यों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगा। इसकी लंबाई और कनेक्टिविटी इसे भारत के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे में से एक बनाती है। यह यमुना एक्सप्रेसवे से चार गुना बड़ा है। इससे जुड़े लगभग 30 नेशनल और स्टेट हाईवे भविष्य में अपग्रेड किए जाएंगे, जिससे इन क्षेत्रों में आवागमन सुगम होगा।
कहां से कहां तक जाएगा नर्मदा एक्सप्रेसवे
नर्मदा एक्सप्रेसवे का निर्माण अमरकंटक से अलीराजपुर तक किया जा रहा है। यह अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला, जबलपुर, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, हरदा, खंडवा, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर जिलों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे का उद्देश्य न केवल स्थानीय यातायात को सुधारना है, बल्कि इन जिलों में विकास की संभावनाएं भी बढ़ाना है।
2026 तक पूरा होने की उम्मीद
इस परियोजना का काम तेजी से चल रहा है। उम्मीद है कि 2026 तक इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि नर्मदा एक्सप्रेसवे से जुड़े सभी हाईवे और सड़कों को भी उन्नत किया जाए। फिलहाल इनमें से अधिकतर सड़कें दो लेन की हैं, जिन्हें भविष्य में चार लेन का बनाया जाएगा।
गुजरात और छत्तीसगढ़ को भी जोड़ेगा
नर्मदा एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह मध्य प्रदेश को गुजरात और छत्तीसगढ़ से जोड़ता है। यह अलीराजपुर को गुजरात के अहमदाबाद और अनूपपुर जिले को छत्तीसगढ़ से कनेक्ट करेगा। इससे इन राज्यों के बीच व्यापार और उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
एक्सप्रेसवे के निर्माण से मध्य प्रदेश के पर्यटन स्थलों की पहुंच आसान हो जाएगी। ओंकारेश्वर, अमरकंटक और भेड़ाघाट-लमेताघाट जैसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों तक यात्रियों की यात्रा न केवल आसान बल्कि आरामदायक भी होगी। इससे राज्य में टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलेगा।
रोजगार और निवेश के अवसर
नर्मदा एक्सप्रेसवे के निर्माण से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके अलावा, इस प्रोजेक्ट के पूरे होने पर इन जिलों में उद्योगों और व्यापारिक गतिविधियों का विस्तार होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे राज्य में बड़े निवेश आकर्षित किए जा सकते हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
स्थानीय लोगों में इस परियोजना को लेकर काफी उत्साह है। उनका मानना है कि नर्मदा एक्सप्रेसवे के बनने से न केवल ट्रैफिक की समस्या कम होगी, बल्कि उनकी जिंदगी भी आसान हो जाएगी।