UP Weather: पश्चिमोत्तर पहाड़ों पर तैयार हो रही ठंडी हवाओं के कारण नवंबर में ही ठंड ने दिसंबर की रफ्तार पकड़ ली है. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के ऊपर सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ से एक से दो दिन में पहाड़ों पर बर्फबारी होने की संभावना है. इसका प्रभाव पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित समूचे उत्तर भारत में महसूस किया जाएगा.
तापमान में गिरावट की भूमिका
मौसम विज्ञानी कैलाश पांडेय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद यह उत्तराखंड होते हुए तिब्बत की ओर बढ़ेगा. इससे समूचे उत्तर प्रदेश का तापमान गिरेगा, जिससे रात के अलावा दिन में भी ठंड बढ़ेगी. दोनों ही तापमान औसत से कम रिकार्ड होने की संभावना है.
आर्द्रता का बढ़ता प्रतिशत
बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरुआ हवा के साथ आर्द्रता बढ़ रही है. जिससे तापमान गिरने में मदद मिल रही है. बीते सप्ताह भर से आर्द्रता का अधिकतम प्रतिशत 90 के आसपास रिकार्ड किया गया है. यह आर्द्रता तापमान को और गिराने में सहायक हो रही है.
कोहरा और धुंध में बढ़ोतरी
पुरुआ हवा के साथ बढ़ती नमी के कारण गोरखपुर सहित कई इलाकों में रात और सुबह के समय कोहरा बढ़ रहा है. दिन में यह कोहरा धुंध में बदल जा रहा है. जिसका असर दोपहर तक देखा जा सकता है.
धूप की धूमिल चमक
धूप की कमजोर पड़ती चमक के कारण दिन के तापमान में भी गिरावट आ रही है. इससे अधिकतम तापमान में बीते पांच दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है. जिससे सर्दी का अहसास और गहरा हो रहा है.
तापमान निरंतर गिरावट
विभिन्न तारीखों पर अधिकतम तापमान की तालिका यह दर्शाती है कि कैसे तापमान में निरंतर गिरावट आ रही है और यह किस तरह से सामान्य से नीचे जा रहा है.