Haryana Prepaid Meter: हरियाणा में बिजली व्यवस्था को आधुनिक और सुविधाजनक बनाने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। राज्य में सरकारी कार्यालयों, भवनों और कर्मचारियों के घरों में प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर लगाए जाएंगे। यह घोषणा केंद्रीय ऊर्जा एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बुधवार को पंचकूला स्थित भाजपा कार्यालय में कोर ग्रुप की बैठक के बाद की। योजना के पहले चरण में सरकारी भवनों में मीटर लगाए जाएंगे, जबकि दूसरे चरण में इसे आम जनता के घरों तक पहुंचाया जाएगा।
सरकारी भवनों से शुरू होगी योजना
केंद्रीय मंत्री खट्टर ने बताया कि पहले चरण में सरकारी कार्यालयों और कर्मचारियों के घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके बाद यह योजना आम जनता के लिए शुरू होगी। उन्होंने कहा कि स्मार्ट प्रीपेड मीटरों के इस्तेमाल से बिजली विभाग को घाटे में कमी आएगी। एलएंडटी का घाटा कम होने से बिजली विभाग को सीधा लाभ होगा।
क्या हैं प्रीपेड स्मार्ट मीटर के फायदे?
प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बिजली खपत पर सीधा नियंत्रण होगा। उपभोक्ता अपनी जरूरत के अनुसार रिचार्ज कर सकेंगे। इससे अनावश्यक बिजली खपत रोकी जा सकेगी। मंत्री ने कहा कि इन मीटरों से बिल समय पर चुकाने की आदत भी विकसित होगी।
विरोध के बावजूद आगे बढ़ी योजना
हरियाणा में लंबे समय से प्रीपेड बिजली मीटर लगाने की योजना पर काम हो रहा था। हालांकि, इस पर हर स्तर पर विरोध हुआ। लेकिन अब सरकार ने इस योजना को सरकारी दफ्तरों और भवनों से शुरू करने का फैसला किया है। इस कदम से आम जनता को भी इन मीटरों के फायदे समझ में आ सकेंगे।
आम जनता को भी मिलेगा लाभ
मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जब सरकारी इमारतों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, तब इसके फायदे दिखने शुरू होंगे। इससे आम जनता को भी इन मीटरों को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी। सरकार ने इसे एक आवश्यक कदम बताया है, जिससे बिजली खपत को नियंत्रित और पारदर्शी बनाया जा सके।
अन्य राज्यों को भी मिलेगी छूट
खट्टर ने बताया कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर योजना को राष्ट्रीय स्तर पर भी लागू किया जा सकता है। जो राज्य अपने स्तर पर इस योजना को अपनाना चाहेंगे, उन्हें विशेष छूट दी जाएगी। यह कदम बिजली बचत को बढ़ावा देने और बिजली विभाग के घाटे को कम करने के लिए उठाया गया है।
क्या है सरकार की उम्मीद?
सरकार का मानना है कि प्रीपेड स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी पर लगाम लगेगी। साथ ही, बिजली के अधिकतम उपयोग का सही तरीके से आकलन हो सकेगा। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, प्रीपेड मीटर के उपयोग से उपभोक्ताओं के बीच जिम्मेदारी की भावना बढ़ेगी।
दिनांक के हिसाब से लाभ की उम्मीद
मंत्री ने यह भी कहा कि योजना के तहत मीटर लगाने का काम जल्द शुरू होगा। पहली चरण की सफलता के बाद इसे पूरे हरियाणा में लागू किया जाएगा। यह कदम हरियाणा को बिजली बचत में एक उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करेगा।
स्मार्ट मीटर के तकनीकी पहलू
स्मार्ट मीटर में रियल-टाइम बिजली खपत दिखाने की सुविधा होगी। यह ऑनलाइन रिचार्ज और ट्रैकिंग को भी आसान बनाएगा। बिजली कटौती और चोरी की समस्याओं को भी यह उपकरण हल करने में मदद करेगा।
भविष्य में क्या होगा?
हालांकि सरकार ने इस योजना की तारीखें तय नहीं की हैं, लेकिन पहले चरण का काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है। इस योजना से राज्य में बिजली संकट को कम करने और उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है।