Haryana News: जिले में प्रदूषण नियंत्रण (pollution control) को प्रभावी बनाने के लिए ग्रेप-4 को लागू करते हुए. जिला प्रशासन ने कड़ी निगरानी और कार्रवाई की योजना शुरू की है. इस योजना के तहत प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगाई गई. पाबंदियों का पालन न करने वालों पर जोरदार कार्रवाई की जा रही है. अब तक जिला प्रशासन ने 98 लाख 73 हजार 750 रुपये का जुर्माना लगाया है. जो कि प्रदूषण के खिलाफ उनके सख्त रवैये को दर्शाता है.
सड़क पर धूल के प्रभाव को खत्म करने के उपाय
डीसी मनोज कुमार के अनुसार सड़कों पर उठने वाली धूल (road dust management) के प्रभाव को कम करने के लिए जिला प्रशासन ने स्वीपिंग मशीनों टैंकरों और एंटी स्मॉग गनों की तैनाती की है. ये मशीनें और उपकरण नियमित रूप से शहर के मुख्य चौराहों पर पानी का छिड़काव कर रहे हैं जिससे धूल का प्रसार कम हो रहा है और वायु गुणवत्ता में सुधार हो रहा है.
उद्योगों पर कार्रवाई और जुर्माने
प्रशासन ने नियमों का पालन न करने वाले उद्योगों (industrial regulation) पर भी सख्ती दिखाई है. अब तक 13 उद्योगों को सील किया गया है और इन पर 50 लाख 28 हजार 750 रुपये का पर्यावरणीय जुर्माना लगाया गया है. इसके अलावा 148 निर्माण और विभिन्न गतिविधियों की जाँच की गई है. जिनमें से 21 के खिलाफ 48 लाख 45 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है.
पर्यावरणीय निगरानी और आगे की योजना
डीसी ने बताया कि डीजी सेटों की नियमित जाँच (DG sets inspection) की जा रही है जिसमें अनियमितताएं पाए जाने पर 10 डीजी सेटों को सील किया गया है और 32 को एससीएन जारी किया गया है. इस तरह की सख्ती से जिले में प्रदूषण के स्तर में व्यापक कमी आई है और नागरिकों को स्वच्छ वातावरण मिल रहा है.