Chanakya Niti: पति-पत्नी की उम्र में कितना अंतर है जरुरी? जाने इसके पीछे की वजह

By Vikash Beniwal

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age gap between husaband and wife

Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य जिन्हें कौटिल्य भी कहा जाता है. उनकी नीतियाँ न केवल राजनीति और अर्थशास्त्र में बल्कि व्यक्तिगत जीवन और पारिवारिक संबंधों में भी मार्गदर्शन प्रदान करती हैं. चाणक्य नीति शास्त्र में वर्णित अनेक सूत्र आज भी हमें जीवन में सफलता और सामंजस्य बिठाने के लिए प्रेरित करते हैं.

पति-पत्नी के संबंधों पर चाणक्य की विचारधारा

आचार्य चाणक्य ने पति-पत्नी के संबंधों पर विशेष ध्यान दिया है. उनके अनुसार पति-पत्नी के बीच उम्र का अधिक अंतर (age difference) होने से विवाहित जीवन में कई परेशानियाँ आ सकती हैं. वह सलाह देते हैं कि दोनों के बीच उम्र में 3 से 5 साल का ही अंतर होना चाहिए. जिससे कि उनके विचार और समझ में समानता बनी रहे.

स्वास्थ्य और संतुलन के लिए चाणक्य की सलाह

चाणक्य का मानना था कि पति-पत्नी का रिश्ता न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य (mental health) के लिए भी महत्वपूर्ण होता है. एक स्वस्थ और सामंजस्यपूर्ण रिश्ता न केवल दो व्यक्तियों को बल्कि पूरे परिवार को खुशहाल बनाता है.

आधुनिक समाज में चाणक्य की नीतियों

आज के समय में जहां तलाक और पारिवारिक टूट-फूट आम है. वहां चाणक्य की नीतियाँ हमें यह सिखाती हैं कि किस प्रकार से संयम समझदारी और सही जानकारी के आधार पर बेहतर रिश्ते बनाए जा सकते हैं. उनके विचार न केवल पुराने समय के लिए थे. बल्कि आज के आधुनिक युग के लिए भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.