Tomato Price: अक्टूबर में भारत की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) में जबरदस्त उछाल देखने को मिला. जिसमें यह 6.21% तक पहुंच गई. इस उछाल का मुख्य कारण खाद्य पदार्थों विशेषकर टमाटर और प्याज की कीमतों में हुई तेजी (sharp rise in prices of tomatoes and onions) माना जा रहा है.
टमाटर के दामों में गिरावट
हालांकि नवंबर के मध्य तक टमाटर के दाम (Tomato Price) में गिरावट आने लगी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 14 नवंबर को टमाटर की कीमत रिटेल मार्केट में 52.35 रुपये प्रति किलो थी. जबकि एक महीने पहले यह 67.50 रुपये प्रति किलो थी. यह गिरावट (decline in tomato prices) खासतौर पर महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे महंगाई के प्रभाव में राहत मिली है.
थोक बाजार में कीमतों की स्थिति
दिल्ली की आजादपुर मंडी में भी टमाटर के दाम (Tomato Rate) में काफी कमी आई है. 14 अक्टूबर से 14 नवंबर के दौरान टमाटर का रेट लगभग 50% गिरकर 5,883 रुपये प्रति क्विंटल से 2,969 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है. यह गिरावट उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक संकेत है.
मौसमी आपूर्ति में सुधार से कीमतों में कमी
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और गुजरात से मौसमी आपूर्ति में सुधार के कारण भी टमाटर की कीमतों में कमी आई है. अनुकूल मौसम की स्थितियों ने फसल की प्रोडक्शन (increase in crop production) में बढ़ोतरी की है. जिससे आपूर्ति बढ़ी है और कीमतें घटी हैं.
महंगाई दर में कमी की संभावना
इन सब उपायों और मार्केट ट्रेंड्स को देखते हुए आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई दर में कमी की संभावना है. सरकार और अलग-अलग एजेंसियां आम आदमी की जेब पर पड़ने वाले दबाव को कम करने के लिए यह कदम उठा रही हैं.