Bijli Bill: यूपी में गलत बिजली बिल की समस्या होगी दूर, विभाग ने की खास तैयारी

By Vikash Beniwal

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Bijli Bill: अब उपभोक्ताओं को बिजली के बिलों में गलत रीडिंग की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा. विभाग ने एक नई व्यवस्था शुरू की है जिसके तहत मीटर की रीडिंग को आधार मानकर ही बिल बनाए जाएंगे. इसका मुख्य उद्देश्य बिजली बिल में होने वाले विवादों को कम करना है. (Electricity billing system) अब उपभोक्ताओं को घर बैठे सही और सटीक बिजली बिल मिलेगा क्योंकि ओसीआर बिलिंग (OCR billing system) की व्यवस्था लागू की जा रही है.

ओसीआर बिलिंग सिस्टम का आगमन

ओसीआर (Optical Character Recognition) बिलिंग सिस्टम एक नई तकनीक है जो मीटर की रीडिंग को स्कैन कर बिल बनाती है. इसमें किसी भी प्रकार की मानवीय गड़बड़ी की संभावना कम हो जाती है. मीटर की फोटो लेकर और उसकी रीडिंग को स्कैन करके बिल तैयार किया जाएगा. इस व्यवस्था के तहत मीटर रीडर द्वारा मनमानी रीडिंग डालने का सवाल ही नहीं उठता.

प्रोब बिलिंग की शुरुआत

इसके पहले विभाग ने प्रोब बिलिंग प्रणाली की शुरुआत की थी. इस प्रणाली में मीटर को एक प्रोब (Meter probe system) से जोड़ा जाता है. जिससे मीटर की रीडिंग सही तरीके से सिस्टम में दर्ज होती है. हालांकि कई मीटरों पर यह प्रणाली काम नहीं कर पा रही थी और उपभोक्ताओं की शिकायतें बढ़ रही थीं. इसी कारण विभाग ने ओसीआर बिलिंग को लागू करने का निर्णय लिया.

उपभोक्ता शिकायतों का समाधान

अक्सर उपभोक्ताओं की शिकायत रहती थी कि उनके मीटर की रीडिंग गलत दिखाई जाती है या फिर रीडर बिना घर आए ही बिल तैयार कर देता है. इससे उपभोक्ताओं को कई बार अधिक बिल चुकाना पड़ता था जो उनके लिए परेशानी का कारण बनता था. अब ओसीआर बिलिंग प्रणाली के साथ इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला गया है. रीडर अब घर बैठे बिल नहीं बना सकेंगे.

मीटर रीडिंग और बिलिंग का सुधार

मुख्य अभियंता पीके सिंह ने इस नए बदलाव के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अब रीडरों को नई बिलिंग एप्लीकेशन का प्रशिक्षण दे दिया गया है. इस एप्लीकेशन के माध्यम से मीटर की रीडिंग सही तरीके से ली जाएगी और उसके बाद बिल तैयार किया जाएगा. इस तकनीकी सुधार के बाद स्टोर रीडिंग बिलिंग (Store reading billing) पर भी कड़ा नियंत्रण रखा जाएगा.

ओसीआर बिलिंग के फायदे

ओसीआर तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अब किसी भी प्रकार की हेरफेर या गलती की संभावना समाप्त हो जाएगी. जैसे ही मीटर की रीडिंग स्कैन की जाएगी बिलिंग एप्लीकेशन के जरिए बिल तैयार हो जाएगा. यह प्रणाली उपभोक्ताओं को सही समय पर सही बिल प्रदान करने में मदद करेगी और उनके द्वारा की गई किसी भी शिकायत को कम कर देगी.

Vikash Beniwal

मेरा नाम विकास बैनीवाल है और मैं हरियाणा के सिरसा जिले का रहने वाला हूँ. मैं पिछले 4 सालों से डिजिटल मीडिया पर राइटर के तौर पर काम कर रहा हूं. मुझे लोकल खबरें और ट्रेंडिंग खबरों को लिखने का अच्छा अनुभव है. अपने अनुभव और ज्ञान के चलते मैं सभी बीट पर लेखन कार्य कर सकता हूँ.