हरियाणा राज्य में गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत वर्ष 2024-25 के लिए एक नया लक्ष्य निर्धारित किया गया है. खासकर फरीदाबाद जैसे इलाकों में जहां हर कोई अपने खुद के पक्के मकान का सपना देखता है. वहां इस योजना के तहत 10 गुना ज्यादा लक्ष्य रखा गया है. इस बार फरीदाबाद सिटी के घर-घर कॉलोनी में कुल 69,325 लोगों को पक्के मकान मिलेंगे. यह एक बड़ी बढ़ोतरी है. क्योंकि पिछले साल यह संख्या केवल 7,746 थी. इस योजना के तहत पात्र लोगों को सरकार द्वारा आर्थिक मदद दी जाती है. जिससे वे अपने घर का सपना साकार कर सकें.
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पाने के लिए जरूरी शर्तें
प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ खास शर्तें हैं. जिन्हें पूरा करना जरूरी है. सबसे पहले लाभार्थी का आयकर (Income Tax) ना चुकाना और उसकी मासिक आय 15,000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा उनकी ज़मीन के बारे में भी कुछ खास नियम हैं. उपजाऊ भूमि की कुल सीमा 2 एकड़ से ज्यादा और बंजर भूमि की 5 एकड़ से अधिक नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा परिवार के किसी भी सदस्य का सरकारी नौकरी में कार्यरत होना या उनके नाम पर कोई पंजीकृत फर्म होना भी इस योजना के लाभ के लिए अयोग्यता का कारण बन सकता है.
सर्वे और लाभ वितरण की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभ पाने के लिए सर्वे की प्रक्रिया महत्वपूर्ण है. जल्द ही राज्य के विभिन्न गांवों में टीमों द्वारा सर्वे किया जाएगा. इन टीमों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कौन से परिवार इस योजना के लिए पात्र हैं और कौन नहीं. सर्वे की प्रक्रिया के बाद पात्र परिवारों को पक्के मकान बनाने के लिए 1,38,000 रुपये का वित्तीय लाभ दिया जाएगा, जो कि तीन किश्तों में दिया जाएगा. इन राशियों का वितरण सरकार द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा. ताकि लाभार्थियों को समय पर मदद मिल सके और वे अपना मकान बना सकें.
नए लक्ष्य का महत्व और पिछले साल के मुकाबले बड़ी बढ़ोतरी
इस साल प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फरीदाबाद सिटी घर-घर कॉलोनी में बड़े पैमाने पर लक्ष्यों में बढ़ोतरी की गई है. पिछले साल जहां केवल 7,746 परिवारों को इस योजना के तहत पक्के मकान मिले थे. वहीं इस साल 69,325 परिवारों को इसका लाभ मिलेगा. यह एक महत्वपूर्ण बढ़ोतरी है और सरकार की मंशा है कि ज्यादा से ज्यादा गरीब परिवारों को पक्के मकान मिल सकें. इस बदलाव से न केवल गरीबों को अपने मकान का सपना पूरा करने का अवसर मिलेगा. बल्कि इससे ग्रामीण इलाकों में आवास संकट भी कम होगा.
प्रधानमंत्री आवास योजना के ऐतिहासिक पहलू
प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत वर्ष 2017-18 में हुई थी. जब इसके लिए एक ऑनलाइन पोर्टल खोला गया था. इस पोर्टल के माध्यम से उन लोगों ने आवेदन किया था. जो इस योजना के तहत पक्के घर बनाने के पात्र थे. यह पोर्टल शुरू होने के बाद से अब तक दोबारा नहीं खोला गया है. जिससे अब तक केवल वही लोग पात्र माने गए हैं. जिन्होंने पहले आवेदन किया था. इस वर्ष 2024-25 के लिए निर्धारित लक्ष्य के बाद विभाग के अनुसार आगामी वर्षों में इस योजना का लाभ लेने के लिए यह पोर्टल फिर से खोला जाएगा या नहीं. इस पर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है.
योजना के तहत मिलने वाली राशि और वितरण प्रक्रिया
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लाभार्थियों को कुल 1,38,000 रुपये का आर्थिक सहयोग दिया जाता है. यह राशि सरकार तीन किस्तों में वितरित करती है. पहले किस्त के रूप में 40,000 रुपये, दूसरे किस्त में 50,000 रुपये और तीसरी किस्त के रूप में 48,000 रुपये दी जाती है. इस राशि का वितरण बैंक खातों के माध्यम से किया जाता है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभार्थियों तक राशि का सही तरीके से वितरण हो. इस प्रकार से आर्थिक सहायता प्राप्त कर परिवार अपने घर का निर्माण शुरू कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री आवास योजना का समाज पर प्रभाव
प्रधानमंत्री आवास योजना का हरियाणा राज्य के गरीब परिवारों पर एक बड़ा प्रभाव पड़ेगा. खासकर उन परिवारों पर जिनके पास पक्के घर नहीं हैं. यह योजना ना केवल उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाएगी. बल्कि इससे राज्य के ग्रामीण इलाकों में विकास को भी बढ़ावा मिलेगा. जब गरीब परिवारों को उनके खुद के मकान मिलेंगे, तो उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और वे जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित होंगे. इसके अलावा इस योजना के तहत बुनियादी ढांचे में भी सुधार होगा. जैसे कि पानी, बिजली और सड़क जैसी सुविधाओं की उपलब्धता.