Railway Tracks: अक्सर लोगों का मानना होता है कि रेल की पटरियां साधारण लोहे (iron) से बनाई जाती हैं. यह धारणा व्यापक रूप से प्रचलित है, परन्तु यह पूर्णतया गलत है. आज हम इस गलतफहमी को दूर करते हुए आपको रेल पटरियों के वास्तविक निर्माण सामग्री के बारे में बताएंगे.
लोहे का जंग और रेल पटरियों की टिकाऊपन
यदि रेल की पटरियां लोहे से बनी होतीं, तो वे आसानी से जंग खा जातीं और उनकी उम्र काफी कम होती. घरों में प्रयोग होने वाले लोहे के सामानों की तरह वे भी जल्दी कबाड़ में बदल जाते. लेकिन रेल की पटरियां बारिश, धूप, सर्दी और गर्मी में भी वर्षों तक अपनी मजबूती को बरकरार रखती हैं.
रेल पटरियों की असली सामग्री
दरअसल रेल की पटरियां लोहे की बजाय एक खास प्रकार के स्टील से बनी होती हैं. जिसे मैगनीज स्टील (manganese steel railway tracks) कहते हैं. इस स्टील में मैगनीज और कार्बन का विशेष मिश्रण होता है, जो इसे जंगरोधी और अत्यधिक मजबूत बनाता है.
मैगनीज स्टील के गुण और उपयोगिता
मैगनीज स्टील में 12 प्रतिशत मैगनीज और 0.8 प्रतिशत कार्बन का मिश्रण होता है. इस विशेष संयोजन के कारण यह स्टील उच्च प्रतिरोधी और लचीला होता है. इसके कारण रेल पटरियां लंबे समय तक भारी ट्रेनों का बोझ सहन कर सकती हैं और उन्हें बदलने की आवश्यकता कम होती है.
रेल पटरियों की विशेषताएं और उनका महत्व
रेल पटरियों की यह विशेषता न केवल रेलवे के संचालन को सुरक्षित बनाती है. बल्कि यह भारतीय रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर को दीर्घकालिक स्थिरता प्रदान करती है. इस प्रकार के निर्माण से रेलवे के रखरखाव पर आने वाली लागत में भी कमी आती है और यात्री सुरक्षा में बढ़ोतरी होती है.