Mandawa Rajasthan: राजस्थान के झुंझुनू जिले का मंडावा कस्बा जिसे अक्सर फिल्मी दुनिया के लिए ‘पाकिस्तान’ के रूप में दर्शाया गया है. आज हमारी चर्चा का विषय है. यह स्थान अपनी भव्य हवेलियों और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है और बॉलीवुड निर्माताओं के लिए एक आकर्षण का केंद्र रहा है.
मंडावा
मंडावा को फिल्म निर्माताओं द्वारा बार-बार चुना जाता है. क्योंकि यहाँ की पुरानी हवेलियाँ और रंगीन बाज़ार उन्हें विश्वसनीय और आकर्षक पृष्ठभूमि प्रदान करते हैं. इस कस्बे को अक्सर पाकिस्तान के दृश्यों के लिए इस्तेमाल किया गया है, जैसे कि ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘पीके’ फिल्मों में.
मंडावा की खूबसूरती और इतिहास
मंडावा जो कि 18वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था. अपने कला और संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की हवेलियाँ उत्कृष्ट चित्रकारी और आर्किटेक्चर के लिए जानी जाती हैं. जो न केवल देशी बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करती हैं.
बॉलीवुड के लिए मंडावा का महत्व
यह कस्बा न केवल अपनी सुंदरता के लिए बल्कि फिल्म निर्माण में अपनी विविधता के कारण भी प्रसिद्ध है. यहाँ शूट हुई कई फिल्मों में ‘गुलामी’, ‘पहेली’ और ‘लव आज कल’ शामिल हैं. इसके अलावा मंडावा की गलियों और हवेलियों में शूटिंग करने से फिल्मों को एक जबरदस्त और यथार्थपूर्ण लुक मिलता है.
पर्यटन और रोजगार के अवसर
फिल्म शूटिंग के अलावा मंडावा में टूरिज्म भी एक बड़ा क्षेत्र है. यहाँ के हेरिटेज होटल्स और रेस्टोरेंट्स पुरानी हवेलियों में स्थापित हैं, जो पर्यटकों को राजस्थान की राजसी विरासत का अनुभव कराते हैं. इस प्रकार मंडावा न केवल फिल्म निर्माताओं के लिए बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है.
मंडावा कैसे पहुंचे और सुविधाएँ
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से मंडावा की दूरी लगभग 182 किमी है. जिसे टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. इसके अलावा मंडावा में पर्यटकों के लिए अन्य सुविधाएँ भी उपलब्ध हैं जैसे कि गाइडेड टूर्स और कल्चरल शो.