Free Ration Scheme: छत्तीसगढ़ में हाल ही में प्रदेश व्यापी राशनकार्ड सत्यापन प्रक्रिया के दौरान चार लाख से अधिक राशनकार्डधारी अनुपस्थित पाए गए. जिसमें रायपुर जिले से 62 हजार राशनकार्डधारी भी शामिल हैं. यह खुलासा खाद्य विभाग (Food Department Chhattisgarh) द्वारा किया गया है.
अंतिम तारीख के बाद अमान्य होंगे राशनकार्ड
खाद्य विभाग ने 31 अक्टूबर को राशनकार्ड सत्यापन की अंतिम तिथि तय की थी और स्पष्ट किया कि सत्यापन न कराने वाले राशनकार्डों (Ration card block warning) को ब्लॉक कर दिया जाएगा. इसके बाद ऐसे राशनकार्डधारियों को चावल सहित अन्य खाद्यान्न का आवंटन नहीं किया जाएगा.
सत्यापन में आई चुनौतियां और उपाय
प्रदेश में सत्यापन की प्रक्रिया लगभग आठ महीनों से चल रही है. जिसमें बड़ी संख्या में राशनकार्डधारियों ने सत्यापन नहीं कराया है. विभाग ने इस प्रक्रिया को और सुगम बनाने के लिए कई उपाय किए हैं. जैसे कि ऑनलाइन पोर्टल (Online verification portal) के माध्यम से सत्यापन की सुविधा और राशन दुकानों में सत्यापन केंद्र की स्थापना.
जिला-वार सत्यापन की स्थिति
छत्तीसगढ़ में कुछ जिलों में सत्यापन प्रतिशत कम रहा है. जैसे कि रायपुर में 89.45% और बिलासपुर में 90.35%. इन जिलों में सत्यापन न कराने वाले राशनकार्डधारियों की संख्या अधिक है. जिससे उनके राशनकार्ड रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है.
सरकारी प्रयास और आगे की योजना
खाद्य विभाग के मुताबिक जिन क्षेत्रों में सत्यापन कम हुआ है, वहां विशेष प्रयास किए जा रहे हैं ताकि राशनकार्डधारियों को सत्यापन के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. विभाग ने इस कार्य के लिए मुनादी और प्रचार-प्रसार के अलावा अन्य सामुदायिक गतिविधियां भी आयोजित की हैं.
विभाग की चिंता और उपभोक्ता जागरूकता
खाद्य विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे सत्यापन प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी करें और अपने राशनकार्ड का सत्यापन समय पर करवाएं ताकि उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में कोई दिक्कत न हो. इसके अलावा विभाग को यह भी आशंका है कि कई राशनकार्ड बोगस हो सकते हैं. जिससे विभाग ने सत्यापन की प्रक्रिया को और अधिक कड़ाई से लागू करने का निर्णय लिया है.