Haryana News: जींद जिले में लंबित पड़े विकास कार्यों को अब गति मिलने वाली है. आचार संहिता के कारण लोकसभा और विधानसभा चुनावों के दौरान रुके हुए ये कार्य जल्द ही फिर से शुरू होने की उम्मीद है. इससे जींद के विकास में नई गति मिलेगी.
नेहरू पेयजल परियोजना और अन्य विकास कार्य
पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यकाल में घोषित नेहरू पेयजल परियोजना (Nehru drinking water project) समेत कई अन्य विकास कार्य चुनावों के कारण रुक गए थे. इन परियोजनाओं में अंडरपास, सिंथेटिक ट्रैक और नई कॉलोनियों के विकास कार्य शामिल हैं. जिन्हें अब आगे बढ़ाया जाएगा.
शहरी विकास की रुकी हुई परियोजनाएं
जींद शहर में 37 नई कॉलोनियों के नियमितीकरण के बाद 45 करोड़ रुपए की लागत से गलियों का निर्माण कार्य भी रुका हुआ था. इसके अलावा कुंदन सिनेमा के पास श्री बंदा सिंह बहादुर चौक और सेन भगत चौक का निर्माण कार्य भी आचार संहिता के चलते ठप्प पड़ गया था.
मेडिकल कॉलेज के निर्माण में देरी
हैबतपुर गांव में एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी प्रगति पर है. जिसके पहले चरण का काम 25% पूरा हो चुका है. इस वर्ष के अंत तक मेडिकल कॉलेज (Medical college construction) में ओपीडी शुरू होने की उम्मीद है. जिससे क्षेत्र के निवासियों को बड़ी सहूलियत होगी.
इन परियोजनाओं के पुनः शुरू होने से न सिर्फ जींद के विकास को बल मिलेगा. बल्कि स्थानीय निवासियों को भी बेहतर शहरी सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी. इसके चलते नए निर्माण कार्यों के साथ-साथ आर्थिक विकास में भी तेजी आने की आशा है.