School Closed: अक्टूबर के महीने में जब हर तरफ त्योहारों की धूम है, वहीं छत्तीसगढ़ के शिक्षक भी अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए हैं. छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने 24 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश की घोषणा की है. जिससे स्कूलों में पढ़ाई बाधित होने की संभावना है.
शिक्षकों की मांगें और सरकार
शिक्षकों का यह आंदोलन पुरानी पेंशन सहित पांच प्रमुख मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए किया जा रहा है. शिक्षक संघर्ष मोर्चा के संचालक बीरेन्द्र बहादुर तिवारी का कहना है कि एलबी संवर्ग के शिक्षकों ने इस दिन सामूहिक अवकाश लेकर जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन में भाग लिया.
वेतन विसंगतियों और सेवा गणना की मांग
इस आंदोलन की मुख्य मांग प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा की गणना कराने, सही वेतन निर्धारण, वेतन विसंगतियों को दूर करना, क्रमोन्नति, पदोन्नति और 20 वर्षों की सेवा के बाद पूर्ण पेंशन की सुविधा है. शिक्षकों ने लंबित महंगाई भत्ते का एरियर्स सहित भुगतान की मांग भी की है.
सरकार के प्रति अपील और ज्ञापन
मुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री और मुख्य सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. शिक्षकों का कहना है कि उनकी पहली नियुक्ति की तिथि से सेवा की गणना नहीं की जा रही है. जो कि उनके लिए बड़ी विसंगति है. शिक्षकों ने इस समस्या के निराकरण की मांग की है ताकि उनके सेवा वर्षों का सही मूल्यांकन हो सके.