Greater Noida Phase 2: उत्तर प्रदेश सरकार ने ग्रेटर नोएडा फेस-2 के लिए मास्टर प्लान को अंतिम रूप दे दिया है. इस योजना के तहत नए शहर की स्थापना 40 गांवों की जमीन पर की जाएगी. जिसमें आवासीय और व्यावसायिक परियोजनाएं (residential and commercial projects) शामिल होंगी. यह क्षेत्र नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के समीप होने के कारण अधिक आकर्षक और विकासशील होगा.
भौगोलिक स्थिति और विकास की संभावनाएं
इस नए शहर को यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) के निकट विकसित किया जा रहा है. इसकी नजदीकी फॉर्मूला-1 रेस ट्रैक (Formula-1 race track) और आगामी फिल्मसिटी से इसके महत्वपूर्ण विकास को बल मिलेगा. यह स्थान परीचौक से सीधे जुड़ा होगा और इसमें अलग-अलग प्रकार की सुविधाओं का इन्क्लूशन होगा.
वर्ल्ड क्लास सुविधाओं का केंद्र
नए शहर को विश्व स्तरीय शहर (World Class City) के रूप में विकसित करने की योजना है. इसके लिए 55 हजार 970 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है. जिसमें गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, हापुड़ और धौलाना के गांव शामिल हैं. यह न केवल स्थानीय निवासियों के लिए लाभदायक होगा बल्कि इससे क्षेत्रीय विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
सुविधाओं की पूरी डिटेल
इस शहर के 17.40 प्रतिशत हिस्से को आवासीय क्षेत्र (residential areas) के लिए रखा गया है. जबकि 4.8 प्रतिशत को वाणिज्यिक और खरीदारी क्षेत्र (commercial and shopping areas) के लिए. औद्योगिक प्रोजेक्ट्स (industrial projects) के लिए 25.4 प्रतिशत और शिक्षा संस्थानों के लिए 10.4 प्रतिशत जमीन आरक्षित की गई है. इसके अलावा 13.2 प्रतिशत भूमि परिवहन सुविधाओं (transport facilities) के लिए आरक्षित है.
ग्रीन बेल्ट क्षेत्र की विशेषता
शहर में ग्रीन बेल्ट (green belt) के लिए 22.5 प्रतिशत भूमि आरक्षित की गई है. जिससे यहाँ की पारिस्थितिकी और वातावरण को सुनिश्चित किया जा सके. इससे शहर के नागरिकों को एक स्वस्थ और सुखद लाइफस्टाइल प्रदान होगी.