Property Acquisition: आपके जमीन और मकान पर नही कर पाएगा कोई कब्जा, इस जगह शिकायत करते ही होगी कार्रवाई

By Uggersain Sharma

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land encroachment act

Property Acquisition: भारत में संपत्ति की सुरक्षा हमेशा एक प्रमुख चिंता रही है. खासकर जब यह अवैध कब्जे की बात आती है. जमीन और मकान पर अनधिकृत कब्जा (Illegal property occupation) एक आम समस्या है जो न केवल निजी संपत्ति के मालिकों को परेशान करती है. बल्कि निवेशकों के विश्वास को भी प्रभावित करती है.

कानूनी प्रोटेक्शन और संपत्ति के अधिकार

यदि किसी की जमीन या मकान पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया जाता है, तो भारतीय कानून उस व्यक्ति को लीगल प्रोटेक्शन प्रदान करता है. अवैध कब्जा (Property dispute resolution) दूर करने और न्याय पाने के लिए पीड़ित व्यक्ति कोर्ट में मामला दर्ज कर सकता है. जहाँ से उसे जमीन और हर्जाना दोनों प्राप्त हो सकता है.

अवैध कब्जे के विरुद्ध लीगल प्रक्रिया

भारतीय दंड संहिता (IPC) के अनुसार जमीन या संपत्ति पर अवैध कब्जा एक अपराध (Criminal trespass) माना गया है और इसे गंभीरता से लिया जाता है. धारा 441 अतिक्रमण को अपराध मानती है. जबकि धारा 447 इस पर जुर्माना और जेल की सजा का प्रावधान करती है. ऐसे मामलों में पीड़ित को जल्द से जल्द कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.

संपत्ति पर कब्जा रोकने के उपाय

संपत्ति मालिकों को चाहिए कि वे नियमित रूप से अपनी संपत्ति की देखभाल करें और खाली जमीन या मकान को समय-समय पर जांचते रहें. अगर संपत्ति दूर हो तो उसे किराए पर देना या उसकी निगरानी के लिए किसी विश्वसनीय व्यक्ति को नियुक्त करना उचित होगा. इससे अवैध कब्जे की संभावना कम हो जाती है और संपत्ति सुरक्षित रहती है.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.