Dhara 163 Haryana: हरियाणा के इस जिलें में धारा 163 हुई लागू, इन कामों पर रहेगी पाबंदीहरियाणा के सिरसा में उपायुक्त द्वारा धारा 163 लागू करने के आदेश जारी किए गए हैं. इस धारा को लागू करने का मुख्य उद्देश्य विद्यालयी शिक्षा बोर्ड के सेकेंडरी और सीनियर सेकेंडरी परीक्षाओं को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराना है. यह कदम स्थानीय स्तर पर शिक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के साथ-साथ छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.
परीक्षा केंद्रों के आस-पास कड़े नियम
जिला अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों के 200 मीटर के दायरे में कई प्रतिबंध (Sirsa examination center rules) लगाए हैं. इस क्षेत्र में हथियार ले जाने पर पूरी तरह से पाबंदी होगी. साथ ही परीक्षा केंद्रों में बिना किसी वजह के प्रवेश करना भी प्रतिबंधित है. फोटोस्टेट की दुकानें और कोचिंग सेंटर भी बंद रहेंगे ताकि परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों पर रोक लग सके.
परीक्षाओं की सुरक्षा व्यवस्था
परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा (Sirsa exam security arrangements) के विशेष इंतजाम किए गए हैं. ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को छोड़कर किसी भी व्यक्ति के परीक्षा केंद्रों में अनधिकृत प्रवेश पर सख्त मनाही है. जो व्यक्ति इन आदेशों की अवहेलना करेगा, उसके खिलाफ भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी. यह सभी उपाय छात्रों को एक सुरक्षित और स्थिर परीक्षा वातावरण प्रदान करने के लिए किए गए हैं.
सिरसा में अलग-अलग कई परीक्षा केंद्र
सिरसा में अलग-अलग परीक्षा केंद्र (Sirsa examination centers) जैसे कि RSD सीनियर सेकेंडरी स्कूल, राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल और अन्य कई स्कूलों में 16 अक्टूबर से 09 नवंबर तक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी. ये स्कूल न केवल शैक्षिक संस्थान के रूप में बल्कि परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों के लिए एक सुरक्षित और संरक्षित स्थान के रूप में भी कार्य करेंगे.
विद्यार्थियों और शिक्षकों ने अच्छी तैयारी
सिरसा में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों और शिक्षकों ने अच्छी तैयारी की है (Sirsa exam preparations). शिक्षा विभाग और स्कूल प्रशासन ने परीक्षा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं. इसके अलावा विद्यार्थियों से उम्मीद की जा रही है कि वे पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ परीक्षा देंगे. ताकि उनकी योग्यता और कड़ी मेहनत का सही मूल्यांकन हो सके.