Garasia Tribe: यहां शादी से पहले सुहागरात बनाने की है खुली छूट, बच्चा होने के बाद ही कर सकते है शादी

By Uggersain Sharma

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Garasia Tribe: राजस्थान के कुछ गांवों में विशेष रूप से पाली, सिरोही और उदयपुर जिलों में गरासिया जनजाति की एक अनोखी परंपरा है जो अन्य भागों में दुर्लभ है. यहां की परंपरा के अनुसार युगल को शादी से पहले साथ रहना पड़ता है और इस दौरान संतानोत्पत्ति की जाती है.

परंपरा का सामाजिक महत्व

इस परंपरा के पीछे का विचार यह है कि युगल एक दूसरे के साथ कुछ समय बिताकर अपनी आपसी संगति और संबंधों की मजबूती को परख सकें. यह सुनिश्चित करना कि वे एक-दूसरे के साथ जीवन भर सुख-दुख में साथ निभा सकें.

शादी से पहले के जीवन की चुनौतियां

इस परंपरा के अनुसार अगर युगल के बीच बच्चा नहीं होता है, तो उन्हें अपने संबंधों पर पुनर्विचार करने का मौका मिलता है. इस दौरान वे दूसरे साथी की तलाश कर सकते हैं. जिसको इनका समाज भी स्वीकारता है.

गरासिया जनजाति में महिलाओं की आजादी

गरासिया जनजाति में महिलाओं को काफी आजादी दी गई है. वे अपने लिव-इन पार्टनर के साथ रहने के दौरान किसी भी समय अपना साथी बदल सकती हैं. इससे उन्हें अपने जीवनसाथी का चयन करने में अधिक स्वतंत्रता मिलती है.

परंपरा के पीछे का इतिहास

कहा जाता है कि इस जनजाति के चार भाइयों में से जिस एक ने लिव-इन में रहने का चयन किया. वही संतानों का पिता बन पाया. इस कहानी से प्रेरित होकर जनजाति में यह रिवाज शुरू हुआ, जो कि अब भी प्रचलित है.

आज भी अजीब लगती यह परंपरा

यह परंपरा आज भी कई लोगों को अजीब लग सकती है. लेकिन यह गरासिया जनजाति की सामाजिक संरचना और सांस्कृतिक मान्यताओं का हिस्सा है. इसे समझने की जरूरत है ताकि हम विविधता और परंपराओं के प्रति सम्मान बरकरार रख सकें.

Uggersain Sharma

Uggersain Sharma is a Hindi content writer from Sirsa (Haryana) with three years of experience. He specializes in local news, sports, and entertainment, adept at writing across a variety of topics, making his work versatile and engaging.