India first AC train: भारतीय रेलवे का इतिहास बेहद समृद्ध और विविधतापूर्ण है, जिसमें पहली यात्री ट्रेन से लेकर आधुनिक बुलेट ट्रेनों की प्लानिंग तक शामिल हैं. आज हम उस ऐतिहासिक घटना की बात करेंगे जब भारत में पहली बार ‘AC’ सुविधा वाली ट्रेन शुरू की गई थी.
पहली एसी ट्रेन की शुरुआत
1928 में भारतीय रेलवे ने पंजाब मेल (Punjab Mail) के नाम से जानी जाने वाली ट्रेन को शुरू किया जो मुंबई से पेशावर तक चलती थी. इस ट्रेन को ब्रिटिश काल में शुरू किया गया था और यह अपनी लग्जरी सुविधाओं के लिए मशहूर थी. इस ट्रेन में फर्स्ट क्लास के डिब्बों में ठंडा रखने के लिए बर्फ की सिल्लियों का उपयोग किया जाता था, जिसे आज हम ‘AC’ के रूप में जानते हैं.
AC डिब्बों का निर्माण
1934 में इस ट्रेन में असली AC डिब्बे जोड़े गए थे. इसके बाद इस ट्रेन का नाम बदलकर फ्रंटियर मेल (Frontier Mail) रख दिया गया और बाद में 1996 में इसका नाम फिर से बदलकर गोल्डन टेंपल मेल (Golden Temple Mail) कर दिया गया. यह ट्रेन अब भी मुंबई से फिरोजपुर के बीच चलती है और इसमें समय के साथ कई नई सुविधाएँ जोड़ी गई हैं.
ट्रेन द्वारा डाक और टेलीग्राम की सेवाएं
शुरुआती दौर में यह ट्रेन डाक और टेलीग्राम ले जाने का भी काम करती थी. ट्रेन में डाक भेजने के लिए विशेष डिब्बे होते थे और यह सुविधा आज भी कुछ ट्रेनों में जारी है. यह सेवाएँ उस समय के लोगों के लिए काफी महत्वपूर्ण थीं क्योंकि यह उनके लिए संचार का प्रमुख साधन था.