Genhu Mandi Bhav: गेहूं के दामों में लगातार बढ़ोतरी से व्यापारियों और आढ़तियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उन किसानों के लिए यह मुनाफे का सौदा है जिन्होंने पहले से गेहूं का स्टॉक कर रखा है और अब उन्हें उच्च दामों (Wheat Price Update) पर बेचने का मौका मिल रहा है. हालांकि इससे बाजार पर गेहूं का दबाव बढ़ रहा है और नई फसल की आवक में भी काफी समय है जिससे दामों में और भी बढ़ोतरी की संभावना है.
गेहूं के दामों में तेजी
नवरात्रि के दौरान गेहूं के दाम में बढ़ोतरी का रुख देखा जा रहा है. सरकारी नियंत्रण के प्रयासों के बावजूद गेहूं की कीमतों में वृद्धि जारी है. दिल्ली की थोक मंडी में गेहूं के दाम 3200 रुपये प्रति क्विंटल (Wheat Price in Delhi) तक पहुंच गए हैं. यह स्थिति त्योहारी सीजन और विवाह के मौसम में और भी प्रबल हो सकती है जिससे दाम और भी बढ़ सकते हैं.
त्योहारी सीजन में बढ़ सकती है मांग
त्योहारी सीजन और शादी-विवाह के दौरान गेहूं की मांग में वृद्धि होने के कारण दामों में और भी तेजी आ सकती है. दिल्ली फ्लोर मिल्स एसोसिएशन के अनुसार अगर बाजार में आपूर्ति में कमी आती है या सरकारी हस्तक्षेप नहीं होता तो दीपावली तक गेहूं के दाम 3500 रुपये प्रति क्विंटल से भी अधिक हो सकते हैं.
किसानों के लिए मुनाफे का मौका
गेहूं के बढ़ते दामों से किसानों को अधिक मुनाफा कमाने का मौका मिल रहा है. जो किसान अभी तक अपना गेहूं नहीं बेचे हैं उन्हें भविष्य में दामों की संभावित वृद्धि को देखते हुए अपनी बिक्री की योजना बनानी चाहिए (Wheat Price Today). यह समय किसानों के लिए दोहरे लाभ का हो सकता है विशेषकर जब सरकार स्टॉक की सीमा निर्धारित कर रखी है.
सरकारी स्टॉक और नई फसल की प्रतीक्षा
सरकार के पास गेहूं का स्टॉक अभी भी पर्याप्त है जिसे ओपन मार्केट सेल स्कीम (OMSS) के तहत बाजार में उतारा जा सकता है. अगर सरकार यह कदम उठाती है तो बाजार में गेहूं की कीमतों पर नियंत्रण पा सकती है. नई फसल की आवक में अभी समय है इसलिए किसानों और व्यापारियों को संभलकर आगे बढ़ने की जरूरत है.