Pakistani Rupee: भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध आजादी के बाद से ही कई उतार-चढ़ाव से भरे रहे हैं. ये दोनों देश कभी भी दीर्घकालिक अच्छे संबंधों की स्थापना नहीं कर पाए हैं और समय-समय पर उनके बीच तनाव उत्पन्न होता रहा है.
पाकिस्तानी मुद्रा का आरंभ
1948 में पाकिस्तानी रुपया आधिकारिक मुद्रा बना. इस मुद्रा में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर प्रमुखता से दिखाई देती है. इसे PKR (Pakistani Rupees) के रूप में जाना जाता है. जो भारतीय मुद्रा INR की तरह ही संदर्भित की जाती है.
मुद्रा मूल्यांकन की तुलना
पाकिस्तानी रुपये की मूल्य स्थिति भारतीय रुपये के मुकाबले कमजोर है. एक पाकिस्तानी रुपया भारतीय मुद्रा में करीब 30 पैसे के बराबर होता है. यह तुलना बताती है कि पाकिस्तानी मुद्रा भारतीय मुद्रा के सामने कितनी कमजोर है.
विभाजन के बाद की परिस्थितियां
विभाजन के बाद भारत के रिजर्व बैंक ने पाकिस्तानी रुपये की प्रिंटिंग की थी. यह एक ऐतिहासिक तथ्य है जो उस समय की जटिल परिस्थितियों और नए राष्ट्र के निर्माण की प्रक्रिया को दर्शाता है.
वर्तमान परिदृश्य और आर्थिक स्थिति
पाकिस्तानी मुद्रा की अंतर्राष्ट्रीय स्थिति और भारतीय मुद्रा के साथ उसकी तुलनात्मक कमजोरी दोनों देशों की आर्थिक नीतियों और उनके आर्थिक प्रदर्शन पर विस्तृत प्रकाश डालती है.